बेंगलुरु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बेंगलुरु में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन करते हुए भारत की आर्थिक, रणनीतिक और तकनीकी उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा की. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने बेंगलुरु मेट्रो की बहुप्रतीक्षित येलो लाइन को राष्ट्र को समर्पित किया, जिसकी लागत लगभग ₹7160 करोड़ रही है. उद्घाटन के बाद उन्होंने मेट्रो की सवारी भी की और स्थानीय नागरिकों व मेट्रो कर्मियों से संवाद किया.
प्रधानमंत्री के दौरे को न केवल बुनियादी ढांचे के विकास से जोड़कर देखा जा रहा है, बल्कि यह देश की बढ़ती आर्थिक स्थिति, वैश्विक पहचान और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में हो रहे प्रयासों को रेखांकित करने का भी एक अवसर बना.
आर्थिक मोर्चे पर आत्मविश्वास भरा संदेश
जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने भारत की अर्थव्यवस्था में हो रही तेजी का उल्लेख करते हुए कहा कि देश ने पिछले एक दशक में उल्लेखनीय प्रगति की है. उन्होंने बताया कि भारत पहले विश्व की 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था, लेकिन अब यह 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है. सरकार का लक्ष्य आने वाले वर्षों में भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करना है.
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत न केवल तेज़ी से आगे बढ़ रही अर्थव्यवस्था है, बल्कि निवेश, स्टार्टअप, डिजिटल नवाचार और उत्पादन के क्षेत्र में भी अग्रणी बनता जा रहा है.
अंतरराष्ट्रीय आलोचनाओं का परिपक्व जवाब
बिना किसी नाम का उल्लेख किए प्रधानमंत्री मोदी ने उन अंतरराष्ट्रीय टिप्पणियों का भी ज़िक्र किया जिनमें भारत की अर्थव्यवस्था की आलोचना की गई थी. गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने कुछ समय पहले भारत की अर्थव्यवस्था को "मरी हुई" बताया था. इस संदर्भ में प्रधानमंत्री ने भारत की वास्तविक आर्थिक प्रगति और वैश्विक मंच पर उसकी भूमिका को सामने रखते हुए कहा कि आज भारत न केवल विकास कर रहा है, बल्कि दुनिया के लिए संभावनाओं का केंद्र भी बन चुका है.
भारत तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क वाला देश
बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री ने मेट्रो नेटवर्क के विस्तार पर भी विशेष जोर दिया. उन्होंने बताया कि भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क वाला देश बन गया है. इस उपलब्धि को देश में शहरी विकास, टिकाऊ परिवहन और भविष्य की योजना में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा, "देश के अलग-अलग शहरों में मेट्रो नेटवर्क का विस्तार सिर्फ यातायात के लिए नहीं, बल्कि आर्थिक गतिविधियों को गति देने और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी बड़ा कदम है."
ऑपरेशन सिंदूर और भारत की रक्षा नीति
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में हाल ही में हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' का भी उल्लेख किया, जिसे भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा आतंकवाद के खिलाफ बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है. उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन में सीमापार जाकर आतंकियों के ठिकानों को नष्ट किया और कुछ ही घंटों में उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया.
प्रधानमंत्री ने कहा, "यह ऑपरेशन न केवल हमारी सैन्य ताकत का प्रतीक है, बल्कि यह दर्शाता है कि नया भारत अब जवाबी कार्रवाई में देर नहीं करता. हम अब सिर्फ सहते नहीं, बल्कि सटीक और निर्णायक उत्तर देते हैं."
उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि इस सफलता में भारतीय रक्षा उपकरणों, तकनीकी विशेषज्ञता और "मेक इन इंडिया" अभियान की बड़ी भूमिका रही है.
कर्नाटक के युवाओं की भूमिका को सराहा
अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष रूप से बेंगलुरु और कर्नाटक के युवाओं की सराहना की. उन्होंने कहा कि भारत की तकनीकी सफलता में इस क्षेत्र का बड़ा योगदान है. बेंगलुरु, जिसे भारत की टेक्नोलॉजी राजधानी माना जाता है, आज रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में भी नेतृत्व कर रहा है.
उन्होंने कहा, "टेक्नोलॉजी और रक्षा निर्माण के क्षेत्र में बेंगलुरु के युवाओं की मेहनत और नवाचार ने भारत को वैश्विक मानचित्र पर नई पहचान दी है. ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के पीछे जो तकनीक इस्तेमाल हुई, उसमें बेंगलुरु की कंपनियों और वैज्ञानिकों की भागीदारी रही है."
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