'सच की जीत हुई...', राजस्थान हाईकोर्ट का बड़ा फैसला, पुलिस SI भर्ती परीक्षा रद्द

    Rajasthan Sub Inspector Recruitment Exam:  राजस्थान हाईकोर्ट की ओर से सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा को लेकर बड़ा फैसला सामने आया है. अदालत ने पुलिस SI भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया है.

    Rajasthan Sub Inspector Recruitment Exam cancels by high court
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    Rajasthan Sub Inspector Recruitment Exam:  राजस्थान हाईकोर्ट की ओर से सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा को लेकर बड़ा फैसला सामने आया है. अदालत ने पुलिस SI भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया है. दरअसल 859 पदों पर परीक्षा आयोजित हुई. लेकिन पेपर लीक हो गया. इस मामले में कई ट्रेनी भी पकड़े गए थे. मामला अदालत तक पहुंंचा. जिसपर आज सुनवाई हुई. 

    आपको बता दें कि इससे पहले 14 अगस्त को अदालत में इसी मामले पर सुनवाई हुई थी. जिसके बाद इस पर फैसले को सुरक्षित रख लिया गया था. 28 अगस्त को एक बार फिर मामले पर सुनवाई हुई और अदालत ने अपना फैसला सुनाते हुए परीक्षा को रद्द कर दिया.  वहीं इस मामले पर कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की प्रतिक्रिया सामने आई है. 

    सच की जीत हुई 

    कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आखिरकार सच की जीत हुई, उन्होंने कहा कि इस भर्ती में फर्जीवाड़ा हुआ था. उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार 500 से ज्यादा ऐसे अभ्यर्थी थे, जिन्होंने फर्जीवाड़ा करके परीक्षा को पास किया था. 

    कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आखिरकार सच की जीत हुई, उन्होंने कहा कि इस भर्ती में फर्जीवाड़ा हुआ था. उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार 500 से ज्यादा ऐसे अभ्यर्थी थे, जिन्होंने फर्जीवाड़ा करके परीक्षा को पास किया था. 

    भर्ती को रद्द करने की मांग की गई थी 

    आपको बता दें कि इस भर्ती पर रोक लगाने के लिए अदालत में 13 याचिकाएंं दर्ज की गई थी. इसी दौरान सरकार ने भी ये साफ किया था कि सरकार इस स्टेज पर आकर भर्तियों को रद्द नहीं करना चाहती थी. हालांकि जो अभ्यर्थि सिलेक्ट भी हुए उन्होंने भी इसे रद्द करने की मांग उठाई थी. सरकार का कहना था कि हम इस पेपर लीक मामले में शामिल लोगों को पकड़ रहे हैं.

    इस माले में 54 ट्रेनी एसआई, 6 सेलेक्टेड कैंडिडेट और 8 फरार अभ्यर्थी शामिल थे. सरकार का कहना था कि  हमारे लिए भर्ती में सही और गलत की पहचान करना संभव है. वहीं दूसरी ओर जो अभ्यर्थी चयनित हुए थे उनकी ओर से बहस करते हुए कहा गया था कि भर्ती में एसओजी कार्रवाई कर रही है. हमने ईमानदारी से परीक्षा दी है. हम अन्य राजकीय सेवाओं से इस्तीफा देकर भर्ती में शामिल हुए थे. अगर पूरी भर्ती रद्द की जाती है तो हमारे साथ अन्याय होगा.

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