ऑपरेशन सिंदूर के बाद होने वाला है और बड़ा एक्शन! पीएम मोदी का यूरोप दौरा और जवानों की छुट्टियां रद्द

    भारत सरकार ने तत्काल प्रभाव से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगामी यूरोप दौरा स्थगित कर दिया है, वहीं केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने सीमा क्षेत्रों और प्रमुख स्थलों पर सतर्कता बढ़ा दी है.

    PM Modis Europe tour and soldiers holidays cancelled
    पीएम मोदी/Photo- ANI

    नई दिल्ली: भारत द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में की गई लक्षित सैन्य कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद देश में रणनीतिक और सुरक्षा स्तर पर व्यापक बदलाव देखे जा रहे हैं. भारत सरकार ने तत्काल प्रभाव से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगामी यूरोप दौरा स्थगित कर दिया है, वहीं केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने सीमा क्षेत्रों और प्रमुख स्थलों पर सतर्कता बढ़ा दी है.

    माना जा रहा है कि यह निर्णय भारत-पाकिस्तान के बीच मौजूदा स्थिति की गंभीरता और संभावित जवाबी प्रतिक्रिया को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.

    तीन यूरोपीय देशों की यात्रा स्थगित

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नॉर्वे, क्रोएशिया और नीदरलैंड की प्रस्तावित द्विपक्षीय यात्रा, जो मई के मध्य में निर्धारित थी, फिलहाल रोक दी गई है. इन दौरों के दौरान रक्षा, जलवायु सहयोग और व्यापार जैसे क्षेत्रों में समझौते संभावित थे. हालांकि, सरकार की ओर से कोई औपचारिक कारण नहीं बताया गया है, लेकिन रणनीतिक मामलों के जानकार इसे राष्ट्रीय सुरक्षा प्राथमिकता से जुड़ा कदम मान रहे हैं.

    पूर्व सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे ने भी ट्वीट कर संकेत दिया कि “यह केवल शुरुआत है, आगे और ठोस कदम उठाए जा सकते हैं.”

    जवानों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द

    गृह मंत्रालय ने सभी अर्धसैनिक बलों—बीएसएफ, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, एसएसबी और सीआईएसएफ—की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी हैं. सभी बलों को सीमावर्ती राज्यों में अधिकतम उपस्थिति और त्वरित प्रतिक्रिया के लिए निर्देशित किया गया है.

    विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान की सीमाओं पर अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है. संवेदनशील शहरी केंद्रों, जैसे कि एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन और रणनीतिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को भी मजबूत किया गया है.

    11 एयरपोर्ट्स पर उड़ानें स्थगित

    सुरक्षा की दृष्टि से, भारत सरकार ने 11 प्रमुख एयरपोर्ट्स पर विमानों की उड़ानें अस्थायी रूप से निलंबित कर दी हैं. इनमें श्रीनगर, जम्मू, लेह, चंडीगढ़, जोधपुर, बीकानेर, अमृतसर, भुज, राजकोट, जामनगर और धर्मशाला शामिल हैं. ये सभी एयरपोर्ट सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थित हैं.

    एयर इंडिया और इंडिगो जैसी एयरलाइंस ने भी कई फ्लाइट्स रद्द की हैं, जिनमें दिल्ली से संचालित 20 से अधिक घरेलू उड़ानें शामिल हैं.

    ऑपरेशन सिंदूर: सटीक हमला

    इस कार्रवाई में भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना की संयुक्त क्षमताओं का प्रयोग किया गया. बताया जा रहा है कि 21 आतंकी कैंपों को निशाना बनाया गया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि, भारतीय सेना की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक संख्या जारी नहीं की गई है.

    हमलों में उन्नत प्रौद्योगिकी—जैसे लोइटरिंग म्यूनिशन, लेजर गाइडेड मिसाइल और टारगेट-स्पेसिफिक वेपन्स सिस्टम—का प्रयोग किया गया. सभी हमले भारतीय क्षेत्र से ही संचालित किए गए और लक्ष्य केवल आतंकवादी संरचनाएं थीं.

    खुफिया सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई

    ऑपरेशन सिंदूर की योजना भारतीय खुफिया एजेंसियों द्वारा जुटाई गई विस्तृत जानकारी के आधार पर तैयार की गई. जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया, वे या तो पुलवामा जैसे हमलों की योजना में शामिल रहे हैं या वर्तमान में आतंकियों को प्रशिक्षित कर रहे थे.

    मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के कई करीबी रिश्तेदारों की मौत हुई है, जबकि उसके भाई रऊफ असगर के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना है.

    पाकिस्तान की प्रतिक्रिया

    पाकिस्तान ने भारत की इस कार्रवाई को लेकर कूटनीतिक विरोध दर्ज कराया है और इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया है. हालांकि, भारत ने स्पष्ट किया है कि यह ऑपरेशन पूरी तरह आतंकवाद विरोधी था और इसमें नागरिक ठिकानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया.

    इस ऑपरेशन के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रियाएं भी सामने आ चुकी हैं. संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और यूरोपीय देशों ने संयम बरतने की अपील की है, जबकि इज़राइल जैसे रणनीतिक साझेदार ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है.

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