बेंगलुरु के मेट्रो नेटवर्क में आज एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज येलो लाइन का औपचारिक उद्घाटन करेंगे. खास बात यह है कि यह लाइन अपनी तय समयसीमा 15 अगस्त से पहले ही यात्रियों के लिए शुरू हो रही है. आरवी रोड से बोम्मासंद्रा तक 19.15 किलोमीटर लंबा यह रूट शहर के दक्षिणी हिस्से में आवागमन को तेज और सुगम बनाएगा.
इस रूट पर कुल 16 स्टेशन हैं — आरवी रोड, रागी गुड्डा, जयदेव अस्पताल, बीटीएम लेआउट, सेंट्रल सिल्क बोर्ड, बोम्मना हल्ली, होंगरा सैंड्रा, कुडलू गेट, सिंगा सैंड्रा, होसा रोड, बेरेटेना अग्रहारा, इलेक्ट्रॉनिक सिटी, इंफोसिस फाउंडेशन कोनप्पना अग्रहार, हुस्कुर रोड, हेब्बा गोदी और बोम्मासंद्रा. ये सभी स्टेशन बेंगलुरु के प्रमुख यातायात और कारोबारी केंद्रों को जोड़ेंगे.
ट्रेन सेवा और किराया
बैंगलोर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BMRCL) के अनुसार, ट्रेनें रोज सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक चलेंगी. शुरुआत में 25 मिनट के अंतराल पर तीन ड्राइवरलेस ट्रेनें चलाई जाएंगी. न्यूनतम किराया 10 रुपये और अधिकतम 90 रुपये रखा गया है.
भीड़भाड़ वाले सिल्क बोर्ड जंक्शन को मिलेगी राहत
येलो लाइन का सबसे बड़ा फायदा सिल्क बोर्ड जंक्शन से गुजरने वाले यात्रियों को मिलेगा, जो बेंगलुरु का सबसे व्यस्त ट्रैफिक पॉइंट है. पिंक लाइन चालू होने पर जयदेव अस्पताल स्टेशन इंटरचेंज बनेगा, जबकि ब्लू लाइन शुरू होने के बाद सेंट्रल सिल्क बोर्ड स्टेशन भी एक अहम इंटरचेंज बन जाएगा. ब्लू लाइन सेंट्रल सिल्क बोर्ड से बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तक जाएगी.
5,057 करोड़ रुपये की लागत से बनी परियोजना
येलो लाइन परियोजना पर कुल 5,057 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. पीएम मोदी अपने दौरे में नम्मा मेट्रो के तीसरे चरण की आधारशिला भी रखेंगे, जिससे शहर के अन्य हिस्सों को मेट्रो से जोड़ा जाएगा. यह परियोजना हाल ही में केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी पाकर तेज़ी से आगे बढ़ रही है, जो शहरी विकास में सरकार की प्राथमिकता को दर्शाती है.
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