वॉशिंगटन डीसी: अमेरिकी अधिकारियों ने एक पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद शाहजेब खान को न्यूयॉर्क में यहूदी धार्मिक केंद्र पर आतंकी हमले की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है. खान को कनाडा से अमेरिका डिपोर्ट किया गया है. जांच एजेंसियों के अनुसार, खान की योजना थी कि वह हमास-शैली में 7 और 11 अक्टूबर को हमला करके बड़ी संख्या में यहूदी नागरिकों की हत्या करे.
7 अक्टूबर की घटना से प्रेरित था आरोपी
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर 2023 को आतंकी संगठन हमास ने इजराइल पर एक बड़ा हमला किया था, जिसमें करीब 1200 लोगों की मौत हुई थी. अमेरिकी जांच एजेंसियों का मानना है कि खान इसी हमले से प्रेरित था और वह अमेरिका में इसी पैमाने का हमला दोहराना चाहता था.
कैसे पकड़ा गया आरोपी?
खान को 2024 में कनाडा के ओर्म्सटाउन से अमेरिकी सीमा के पास गिरफ्तार किया गया था. उस वक्त वह एक मानव तस्कर की मदद से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था. बाद में उसे अमेरिका डिपोर्ट कर न्यूयॉर्क लाया गया, जहां उस पर आतंकवाद से जुड़े कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
हमला करने की थी पूरी तैयारी
अमेरिकी न्याय विभाग के अनुसार, खान ने ब्रुकलिन के एक यहूदी धार्मिक केंद्र को निशाना बनाने की योजना बनाई थी. उसने अंडरकवर एजेंट्स के साथ बातचीत में इस साजिश का खुलासा किया. जांच में सामने आया कि वह AR-15 स्टाइल राइफल और चाकुओं के जरिए हमला करने वाला था.
खान का इरादा था कि वह अधिक से अधिक यहूदी नागरिकों की हत्या करे. उसने दावा किया था कि अगर योजना सफल होती तो यह 9/11 के बाद अमेरिका की सबसे बड़ी आतंकी घटना होती.
सोशल मीडिया से शुरू हुई निगरानी
खान ने सोशल मीडिया पर ISIS के समर्थन में पोस्ट किए थे, जिसके बाद वह अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आ गया. FBI के अंडरकवर एजेंट्स ने एन्क्रिप्टेड चैट्स के जरिए खान से संपर्क किया और धीरे-धीरे उसकी योजना की पूरी जानकारी जुटाई.
गंभीर साजिश, सख्त सजा की संभावना
अमेरिकी अटॉर्नी जे क्लेटन ने कहा कि इस साजिश को विफल करने के लिए FBI, NYPD और कनाडाई अधिकारियों ने बेहतरीन काम किया है. उन्होंने बताया कि खान का मकसद था न्यूयॉर्क शहर में यहूदी समुदाय को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाना.
अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पामेला बोंडी ने इस घटना को बेहद गंभीर बताते हुए कहा कि "ISIS जैसी आतंकी ताकतें आज भी हमारे समाज के लिए गंभीर खतरा बनी हुई हैं. यहूदी नागरिक खासतौर पर इनके निशाने पर हैं."
खान पर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने, सीमा पार आतंकवाद फैलाने और ISIS को समर्थन देने जैसे आरोप लगे हैं. अगर दोषी पाया जाता है, तो उसे उम्रकैद की सजा हो सकती है.
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