तुर्की के सामने हाथ फैला रहा पाकिस्तान, डिफेंस प्रोजेक्ट के लिए लेटर लिखकर मांग रहा भीख

    पाकिस्तान और तुर्की के रिश्ते पिछले कुछ वर्षों में कई मोर्चों पर मजबूत हुए हैं, खासकर रक्षा और सामरिक सहयोग के क्षेत्र में.

    Pakistan Turkiye writing letters for defense projects
    शहबाज-एर्दोगन | Photo: X

    पाकिस्तान और तुर्की के रिश्ते पिछले कुछ वर्षों में कई मोर्चों पर मजबूत हुए हैं, खासकर रक्षा और सामरिक सहयोग के क्षेत्र में. पाकिस्तान की बिगड़ती आर्थिक स्थिति और वित्तीय संकट के बावजूद तुर्की द्वारा समर्थन के तौर पर कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को आगे बढ़ाया जा रहा है. हालांकि, आर्थिक कठिनाइयों के चलते कई बड़े प्रोजेक्ट्स में अड़चने आ रही हैं, जिनमें तुर्की से संबंधित मिलगम वॉरशिप और मीलडेन सबमरीन प्रोजेक्ट्स भी शामिल हैं.

    पाकिस्तान का वित्तीय संकट और तुर्की से मदद की मांग

    पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 22 मई को तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन को एक सीक्रेट चिट्ठी लिखी, जिसमें पाकिस्तान की बदहाल अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुए उसने तुर्की से बकाया भुगतान को टालने और डिलीवरी शेड्यूल में बदलाव की गुहार लगाई. इस चिट्ठी में, पाकिस्तान ने तुर्की से दो से तीन साल तक भुगतान को टालने की अपील की है, ताकि संकट से उबरने का वक्त मिल सके. इसके अलावा, पाकिस्तान ने तुर्की से अपने रक्षा प्रोजेक्ट्स को पूरी तरह से रोकने के बजाय उन्हें स्थगित करने की भी बात की है.

    पाकिस्तान की सामरिक शक्ति को बढ़ाना

    वित्तीय संकट के बावजूद पाकिस्तान तुर्की से रक्षा और तकनीकी सहयोग में वृद्धि कर रहा है. तुर्की की फैक्ट्री पाकिस्तान में हथियार निर्माण के क्षेत्र में योगदान देने की तैयारी में है. खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान अपनी एयरफोर्स के साथ मिलकर एक बड़ी हथियार निर्माण फैक्ट्री स्थापित करने जा रहा है, जिसके लिए स्थान का चयन और अन्य औपचारिकताएँ पूरी हो चुकी हैं. इस परियोजना को तुर्की के "प्रोजेक्ट इक़बाल" नाम से जाना जा रहा है, जिसमें पाकिस्तान के लिए उच्च-स्तरीय ऑप्टिकल सैटेलाइट कैमरा विकसित किया जा रहा है.

    पाकिस्तान में तुर्की के ड्रोन बनाने की योजना

    तुर्की की बायकार (Baykar) कंपनी, जो दुनिया भर में अपने ड्रोन निर्माण के लिए प्रसिद्ध है, पाकिस्तान के लिए ड्रोन उत्पादन करने की दिशा में आगे बढ़ रही है. पाकिस्तान ने तुर्की से TB-2 और Akinci ड्रोन की खरीद की है, जो उसे अपनी वायुसेना की ताकत बढ़ाने में मदद करेंगे. इन ड्रोन की मदद से पाकिस्तान अपने सैन्य अभियानों को और अधिक प्रभावी बना सकता है. इन ड्रोन के कलपुर्जे पाकिस्तान में बनाए जाने की योजना है, जिससे देश की रक्षा क्षमता और बेहतर हो सकती है.

    पाकिस्तानी वायुसेना के लिए तुर्की के ड्रोन

    पाकिस्तान ने तुर्की से खरीदी गई TB-2 और Akinci ड्रोन को अपनी वायुसेना में शामिल किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान को साल 2023 में तुर्की से 6-7 ड्रोन की डिलीवरी मिल चुकी है. तुर्की का Akinci ड्रोन पाकिस्तान के लिए एक महत्वपूर्ण खरीद है, क्योंकि यह ड्रोन TB-2 का उत्तराधिकारी है. इसके अलावा, पाकिस्तान ने तुर्की से इन ड्रोन को ऑपरेट करने के लिए अपनी वायुसेना के अधिकारियों को ट्रेनिंग भी दी है.

    पाकिस्तान और तुर्की की रक्षा साझेदारी

    पाकिस्तान का तुर्की के साथ बढ़ता हुआ रक्षा सहयोग दर्शाता है कि दोनों देश एक दूसरे के लिए सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बनते जा रहे हैं. पाकिस्तान ने तुर्की से ड्रोन, हथियार, और तकनीकी सहायता के रूप में बड़ी मदद ली है, लेकिन आर्थिक संकट के चलते यह प्रोजेक्ट्स कुछ समय के लिए स्थगित भी हो सकते हैं. हालांकि, दोनों देशों के बीच सहयोग भविष्य में और भी बढ़ने की संभावना है, खासकर जब पाकिस्तान अपने आर्थिक संकट से बाहर निकलेगा.

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