'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर की गई एयरस्ट्राइक ने न केवल आतंक के संरक्षकों को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि इसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान की छवि पर गहरा सवाल खड़ा कर दिया है. एक तरफ भारत ने आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की, तो दूसरी ओर पाकिस्तान अब दुनिया के सामने सफाई देता फिर रहा है.
पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तारड़ जब एक विदेशी समाचार चैनल पर इंटरव्यू देने पहुंचे, तो उन्होंने अपनी बातों से खुद ही पाकिस्तान की किरकिरी करवा दी. न केवल उन्होंने तथ्यविहीन दावे किए, बल्कि शो के एंकर ने उन्हें उन्हीं के देश के नेताओं के बयानों के आईने में लाकर खड़ा कर दिया.
'हमारा तो प्लेन तैयार था...'
तारड़ का कहना था कि भारत ने आधी रात को हमला किया जबकि पाकिस्तान विदेशी और स्थानीय पत्रकारों को आतंकी ठिकानों पर ले जाने की तैयारी कर रहा था. “हमने तो कार्यक्रम बना रखा था, विमान तक तैयार था.” लेकिन जब उनसे पूछा गया कि भारत ने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, न कि किसी सैन्य प्रतिष्ठान को—तब वे गोलमोल जवाब देने लगे.
'पाकिस्तान में कोई आतंकी शिविर नहीं?'
पाक मंत्री ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान खुद आतंकवाद का शिकार रहा है और वहां कोई आतंकी कैंप मौजूद नहीं हैं. लेकिन तभी एंकर ने उनके ही देश के नेताओं के पुराने बयान याद दिला दिए. रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ और बेनज़ीर भुट्टो जैसे नेताओं के बयान गिनवाते हुए उन्होंने तारड़ से पूछा कि जब आपके ही नेता दशकों तक आतंकी संगठनों को समर्थन देने की बात मान चुके हैं, तो आज इनकार क्यों?
'लादेन कहां मिला था?'
एंकर ने कहा कि 2011 में दुनिया के सबसे वांछित आतंकी ओसामा बिन लादेन को अमेरिकी फोर्सेज ने पाकिस्तान के एबटाबाद में मारा. “तो क्या यह प्रमाण नहीं कि पाकिस्तान ने आतंकियों को पनाह दी है?” इस सवाल पर भी पाक मंत्री संतोषजनक जवाब देने में विफल रहे.
'क्या यह सिर्फ प्रोपेगेंडा नहीं है?'
जब एंकर ने पूछा कि भारत ने पहलगाम हमले का दोष लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ पर लगाया है, और उसके बाद ही जवाबी कार्रवाई की गई—तब पाक मंत्री ने कहा, “भारत के पास कोई सबूत नहीं है. हम तो जांच के लिए तैयार थे, यूएन और यूके को भी शामिल करने को कहा था.”
पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय गुहार
पाक मंत्री ने दावा किया कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सहित कई देशों को भारत के संभावित हमले के बारे में पहले ही सूचित कर दिया था. उनका कहना था कि भारत ने एकतरफा कदम उठाया और अगर दोबारा ऐसा हुआ तो प्रतिक्रिया और भी तीखी होगी.
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