जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा मारे गए पीड़ित संतोष जगदाले की बेटी असावरी जगदाले ने इस जघन्य आतंकवादी हमले में निर्दोष लोगों की जान जाने का बदला लेने के लिए सरकार और भारतीय सेना द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की. बुधवार को एएनआई से बात करते हुए जगदाले ने कहा कि कई लोगों ने अपने पति और पिता को खो दिया है, लेकिन यह व्यर्थ नहीं गया. उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों को ऑपरेशन सिंदूर शुरू करके सच्ची श्रद्धांजलि दी है और न्याय दिया है.
बेटी ने कहा कि ऑपरेशन का नाम पीड़ितों की विधवाओं के प्रति एकजुटता दर्शाता है. जगदाले ने कहा, "हमें अपने रिश्तेदारों से (ऑपरेशन सिंदूर के बारे में) फोन आए. भारत ने इन हवाई हमलों के जरिए पहलगाम हमले का बदला लिया है. मिशन का नाम (सिंदूर) सुनकर मैं बेहद भावुक हो गई. जब अमित शाह श्रीनगर में 'वीर मरण' पाने वालों को श्रद्धांजलि देने आए थे, तो अपने पतियों को खोने वाली बहनें गिड़गिड़ा रही थीं. मुझे लगता है कि इसी वजह से ऑपरेशन को ऐसा नाम दिया गया है." उन्होंने कहा, "पति और पिता का नुकसान व्यर्थ नहीं गया. भारत ने हमला करके उन्हें (पीड़ितों को) सच्ची श्रद्धांजलि दी है. मैं 15 दिनों के भीतर न्याय दिए जाने के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं."
अमेरिकी मीडिया ने क्या कहा?
अमेरिकी मीडिया के अनुसार, भारत ने 1971 के बाद से पाकिस्तान के निर्विवाद क्षेत्र में सबसे गहरा हमला किया है, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकी शिविरों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया गया है. यह पिछले पांच दशकों में पाकिस्तानी क्षेत्र में नई दिल्ली की सबसे महत्वपूर्ण सैन्य कार्रवाई है.
सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना के प्रमुखों से बात की. रक्षा मंत्री को स्थिति के बारे में जानकारी दी गई. इस बीच, रक्षा मंत्रालय (MoD) ने घोषणा की है कि ऑपरेशन सिंदूर पर एक प्रेस ब्रीफिंग बुधवार को सुबह 10:00 बजे आयोजित की जाएगी. ब्रीफिंग के दौरान ऑपरेशन के बारे में और जानकारी साझा किए जाने की उम्मीद है.
'किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया गया'
पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों का बदला लेने और भारत में आतंकी हमलों की योजना बनाने और उसे अंजाम देने में शामिल जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के नेताओं को खत्म करने के लिए ये हमले किए गए. रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, "थोड़ी देर पहले, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर में आतंकी ढांचे को निशाना बनाते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया, जहां से भारत के खिलाफ आतंकी हमलों की योजना बनाई और निर्देशित की गई." बयान में कहा गया, "हमारी कार्रवाई केंद्रित, मापी गई और प्रकृति में गैर-उग्र प्रकृति की रही है. किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया गया है. भारत ने लक्ष्यों के चयन और निष्पादन के तरीके में काफी संयम दिखाया है."
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