वाशिंगटन/इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने एक बार फिर कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग की है. अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत रिजवान सईद ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा संघर्ष विराम "नाजुक स्थिति" में है और इसमें अमेरिका की भूमिका अहम रही है.
राजदूत ने संयुक्त राज्य अमेरिका का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सीजफायर को कायम रखने में अमेरिका का सहयोग सराहनीय रहा है. साथ ही उन्होंने वाशिंगटन से यह भी आग्रह किया कि वह कश्मीर मुद्दे के स्थायी समाधान में "सकारात्मक और रचनात्मक भूमिका" निभाए.
भारत के रुख में बदलाव की उम्मीद
रिजवान सईद ने यह बयान उस समय दिया है जब भारत स्पष्ट कर चुका है कि कश्मीर उसका आंतरिक मामला है और इस पर किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की जाएगी. इसके बावजूद पाकिस्तान लगातार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर को उठाने की कोशिश करता रहा है.
संघर्ष विराम की पृष्ठभूमि
भारत और पाकिस्तान के बीच दोनों देशों की सेनाओं ने संघर्ष विराम पर सहमति जताई है. इसके बाद से सीमाई क्षेत्रों में अपेक्षाकृत शांति बनी हुई है. हालांकि, पाकिस्तान की ये करतूतें एक बार फिर तनाव को बढ़ा सकती हैं.
आपको बता दें कि कूटनीतिक मोर्चे पर भी भारत और पाकिस्तान आमने-सामने हैं. मंगलवार को पाकिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय हाई कमीशन के एक अधिकारी को पर्सोना नॉन ग्राटा (अवांछित व्यक्ति) घोषित करते हुए 24 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दे दिया. पाकिस्तान का आरोप है कि यह अधिकारी किसी “अवैध गतिविधि” में शामिल था.
उसी दिन भारत ने भी नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन के एक अधिकारी को देश से निष्कासित कर दिया. भारत की ओर से भी यही आरोप लगाया गया कि वह अधिकारी संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त था.
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