जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक के बाद एक कड़े कदम उठाए हैं. इन फैसलों से पाकिस्तान की सियासत में खलबली मच गई है. वहां के नेता अब खुलेआम घबराहट भरे बयान दे रहे हैं, जिनमें से एक बयान ने सोशल मीडिया पर जमकर सुर्खियां बटोरी हैं.
पाकिस्तानी सांसद बोले- युद्ध हुआ तो मैं इंग्लैंड भाग जाऊंगा
भारत की कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान के नेशनल असेंबली सदस्य शेर अफजल खान मारवत ने एक ऐसा बयान दिया, जिसने पूरे सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी. जब एक रिपोर्टर ने उनसे पूछा कि अगर भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध छिड़ता है तो उनका क्या कदम होगा, तो उन्होंने बिना किसी झिझक के कहा, "अगर हालात बिगड़े तो मैं इंग्लैंड चला जाऊंगा." इस जवाब को सुनकर लोग हैरान रह गए. सोशल मीडिया पर यूज़र्स ने सवाल उठाए कि जब नेता खुद ही भरोसे के काबिल नहीं हैं, तो आम जनता से क्या उम्मीद की जाए?
भारत ने लगाए आर्थिक और कूटनीतिक प्रतिबंध
नेताओं का घटिया मज़ाक, सेना पर सवाल
इसी बातचीत के दौरान जब मारवत से पूछा गया कि क्या भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तनाव कम करने के लिए संयम बरतना चाहिए, तो उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, "मोदी क्या मेरा खाला का बेटा है जो मेरे कहने पर मानेगा?" मारवत का यह बेतुका जवाब भी आलोचना का केंद्र बन गया. लोग पूछ रहे हैं कि क्या यही हैं पाकिस्तान के जिम्मेदार नेता, जिनके हाथ में एक पूरे देश की सुरक्षा की बागडोर होती है?
सीमा पर लगातार दसवीं रात फायरिंग, भारतीय सेना का मुंहतोड़ जवाब
शनिवार रात पाकिस्तान ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर के कई सीमावर्ती इलाकों—जैसे कुपवाड़ा, बारामुला, पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर—में गोलीबारी कर संघर्षविराम का उल्लंघन किया. यह लगातार दसवीं रात है जब पाकिस्तान की ओर से इस तरह की उकसावे वाली कार्रवाई की गई है. भारतीय सेना ने बिना देर किए कड़ी जवाबी कार्रवाई करते हुए कई पाकिस्तानी पोस्ट्स को निशाना बनाया.
साफ संदेश: भारत अब चुप नहीं बैठेगा
इन घटनाओं से साफ है कि भारत अब किसी भी तरह की उकसावे वाली कार्रवाई को नजरअंदाज नहीं करेगा. चाहे आर्थिक मोर्चा हो या सैन्य, भारत पूरी तरह तैयार है. वहीं, पाकिस्तान के भीतर मची हलचलें यह इशारा कर रही हैं कि वे भारत की रणनीति से पूरी तरह घबराए हुए हैं.