मई 2025 में भारत के हाथों करारी शिकस्त झेलने के बाद पाकिस्तान अब चुपचाप एक नई रणनीति पर काम कर रहा है. हाल ही में सामने आई खुफिया जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान बांग्लादेश के साथ मिलकर एक गुप्त सैन्य गठबंधन को आकार देने की दिशा में बढ़ रहा है. भारत की खुफिया एजेंसियों को इस पूरे घटनाक्रम की भनक लग चुकी है, जिसके बाद सुरक्षा तंत्र सतर्क हो गया है.
दरअसल न्यूज़ 18 की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान और बांग्लादेश की वायु सेनाओं के बीच 15 से 19 अप्रैल के बीच कई गोपनीय बैठकें हुईं. इन बैठकों में दोनों देशों के उच्च सैन्य अधिकारी मौजूद थे, जिसमें तकनीकी और सामरिक साझेदारी पर गहन चर्चा की गई.
ड्रोन टेक्नोलॉजी से लेकर साइबर युद्ध तक साझेदारी
सूत्रों के मुताबिक, बातचीत का फोकस आधुनिक युद्ध की जरूरतों पर रहा. ड्रोन वॉरफेयर, कम्युनिकेशन नेटवर्क, साइबर डिफेंस, और ऑटोमैटिक हथियार जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनती दिखी. खास बात यह रही कि ड्रोन स्वार्मिंग तकनीक और टैक्टिकल एयर डेटा लिंक सिस्टम के संयुक्त विकास पर भी गंभीर विचार-विमर्श हुआ है. यह दोनों तकनीकें युद्ध के मैदान में निर्णायक भूमिका निभा सकती हैं.
खुफिया अलर्ट के बाद भारत सतर्क
भारत की खुफिया एजेंसियों को जब इन बैठकों की जानकारी मिली तो तुरंत ही रणनीतिक हलकों में हलचल मच गई. पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच इतनी गहराई से हो रही सैन्य बातचीत को भारत अपने सामरिक हितों के लिए संभावित खतरे के रूप में देख रहा है.
बांग्लादेश की भूमिका पर सवाल
बांग्लादेश, जो लंबे समय तक भारत का रणनीतिक सहयोगी रहा है, उसका पाकिस्तान के साथ इतनी नजदीकी से सैन्य बातचीत करना नई दिल्ली के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है. भारत के विदेश नीति विशेषज्ञ इस घटनाक्रम को दक्षिण एशिया में भू-राजनीतिक संतुलन के लिए गंभीर संकेत मान रहे हैं.
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