इस्लामाबादः आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान को लेकर एक बार फिर बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं. पाकिस्तान की मीडिया और यूट्यूब चैनल्स का कहना है कि उसकी वायुसेना यानी PAF को साल 2030 तक चीन से छठी पीढ़ी के एडवांस फाइटर जेट्स मिल सकते हैं. यह दावा तब किया गया है जब हाल ही में पाकिस्तान वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल जहीर अहमद बाबर ने बीजिंग में चीन के रक्षा मंत्री डोंग जून से मुलाकात की थी.
सवाल ये है – क्या चीन बना पाएगा 6वीं पीढ़ी का फाइटर जेट?
हालांकि ये बात अभी साफ नहीं है कि चीन खुद 2030 तक छठी पीढ़ी का फाइटर जेट बना भी पाएगा या नहीं और अगर बना भी लेता है, तो क्या पाकिस्तान की आर्थिक हालत इतनी मजबूत है कि वो इतने महंगे और एडवांस फाइटर जेट्स खरीद सके? यही वजह है कि एक्सपर्ट्स इन दावों पर सवाल उठा रहे हैं.
J-35A के सौदे पर बातचीत
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस यात्रा का असली मकसद 5वीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट J-35A की खरीद से जुड़ा सौदा फाइनल करना था. कहा जा रहा है कि पाकिस्तान, चीन से करीब 40 J-35A फाइटर जेट्स खरीदने की योजना बना रहा है. इस डील की कीमत करीब 1.5 से 2 अरब डॉलर के बीच बताई जा रही है. उम्मीद है कि चीन अगले 2 सालों में इन विमानों की डिलीवरी शुरू कर सकता है.
छठी पीढ़ी के जेट पर क्या चल रहा है चीन में?
चीनी मीडिया ने कुछ हफ्ते पहले दावा किया था कि चीन ने छठी पीढ़ी के फाइटर जेट्स पर काम शुरू कर दिया है और दो प्रोटोटाइप – एक लड़ाकू जेट और दूसरा लड़ाकू-बमवर्षक – 2025 तक पहली टेस्ट फ्लाइट पूरी कर चुके हैं. हालांकि इन विमानों की क्षमताओं और तकनीक को लेकर अब तक कोई पुख्ता जानकारी सामने नहीं आई है.
क्या पाकिस्तान के लिए यह हकीकत बन पाएगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि चीन अगर 2030 तक छठी पीढ़ी का फाइटर जेट बना भी ले, तो सबसे पहले वह अपनी वायुसेना को इन विमानों से लैस करेगा. ऐसे में पाकिस्तान को इतने एडवांस जेट मिलने की संभावना फिलहाल बेहद कम नजर आती है. फिर भी पाकिस्तान लगातार कोशिश कर रहा है कि वह अपनी वायुसेना को अपग्रेड कर सके.
ये भी पढ़ेंः तहव्वुर राणा बेड़ियों में आया नजर, NIA को सौंपने की पहली तस्वीर में क्या दिखा?