Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया है. इस हमले के खिलाफ भारत को अब वैश्विक स्तर पर समर्थन मिलना शुरू हो गया है. पहले अमेरिका ने भारत को हर संभव सहयोग देने की बात कही थी, और अब रूस ने भी इस मुद्दे पर भारत के साथ खड़ा होने का संकेत दिया है. यह अंतरराष्ट्रीय सहयोग आतंक के खिलाफ भारत के रुख को मजबूती प्रदान करता है.
जयशंकर-लावरोव के बीच बातचीत, न्याय की बात पर सहमति
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी कि उन्होंने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से इस आतंकी हमले को लेकर चर्चा की है. बातचीत के दौरान हमले के जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाने और आतंकवाद से जुड़े तत्वों के खिलाफ ठोस कार्रवाई पर सहमति बनी. इसके साथ ही द्विपक्षीय सहयोग और आपसी गतिविधियों को लेकर भी बातचीत हुई.
अमेरिका और रूस का समर्थन एक दुर्लभ लेकिन निर्णायक संकेत
यह अपने आप में उल्लेखनीय है कि अमेरिका और रूस जैसे परस्पर विरोधी विचारों वाले देश, इस हमले के बाद भारत के समर्थन में एक सुर में बोले हैं. इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संकेत मिलता है. अमेरिका ने पहले ही भारत को पूर्ण सहयोग का भरोसा दिया था.
डोनाल्ड ट्रंप ने जताई संवेदना, की पीएम मोदी से बात
हमले के ठीक अगले दिन, यानी 23 अप्रैल को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टेलीफोन पर बातचीत की. उन्होंने पीड़ितों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करते हुए हमले की कड़ी निंदा की और भारत को आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष में पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया.
आतंकियों ने धर्म के आधार पर ली जानें
यह भयावह हमला 22 अप्रैल को उस समय हुआ था जब पहलगाम में बड़ी संख्या में पर्यटक मौजूद थे. आतंकियों ने पहले अंधाधुंध फायरिंग की और फिर लोगों से धर्म पूछकर उनकी हत्या कर दी. इस हमले में कुल 26 लोगों की जान गई, जिनमें एक विदेशी नागरिक भी शामिल था. यह घटना न सिर्फ अमानवीय थी, बल्कि आतंक के क्रूरतम चेहरे को उजागर करती है.
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