नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र में उस वक्त सन्नाटा छा गया जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन महादेव को लेकर एक के बाद एक बड़े खुलासे किए. उन्होंने पहली बार आधिकारिक तौर पर पुष्टि की कि श्रीनगर के पास मारे गए तीनों आतंकवादी वही थे जिन्होंने पहलगाम में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान ली थी.
अब तक इस ऑपरेशन को लेकर सिर्फ सूत्रों के हवाले से जानकारी आ रही थी, लेकिन 29 जुलाई को संसद में गृह मंत्री ने जो बताया, वो न सिर्फ सटीक था बल्कि इस बात का पुख्ता सबूत भी था कि भारत ने पहलगाम हमले का हिसाब चुका दिया है.