भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. पाकिस्तानी सेना द्वारा जम्मू, पठानकोट और उधमपुर स्थित सैन्य ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन से हमले की कोशिश की गई, लेकिन भारतीय सेना की मुस्तैदी के चलते कोई नुकसान नहीं हुआ. भारतीय रक्षा प्रतिष्ठान ने साफ कर दिया है कि देश की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत है और हम हर खतरे को जवाब देने में सक्षम हैं.
किसी तरह का नुकसान नहीं
मुख्यालय एकीकृत रक्षा स्टाफ (HQ IDS) की ओर से X (पूर्व ट्विटर) पर जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है, "जम्मू और कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट स्थित जम्मू, पठानकोट और उधमपुर के सैन्य स्टेशनों को पाकिस्तान द्वारा मिसाइल और ड्रोन के माध्यम से निशाना बनाया गया. हालांकि किसी तरह की क्षति नहीं हुई है. भारतीय सशस्त्र बलों ने SOP के तहत kinetic और non-kinetic साधनों से खतरे को प्रभावी ढंग से निष्क्रिय कर दिया है."
सीमावर्ती इलाकों में तनाव, लेकिन भारत सतर्क
पाकिस्तान ने राजस्थान, गुजरात, और जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की साजिश रची, लेकिन भारतीय सेना ने हर हमले को समय रहते नाकाम कर दिया. अब जब पाकिस्तान लगातार तनाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, भारत की रणनीति स्पष्ट है— जवाब मजबूती से और योजनाबद्ध तरीके से दिया जाएगा.
अमेरिका ने की शांति की अपील, भारत ने दिया कड़ा जवाब
तनावपूर्ण हालात को देखते हुए अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से फोन पर बातचीत की. उन्होंने दोनों पक्षों से तनाव कम करने (de-escalation) की अपील की. लेकिन भारत ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए दो टूक कहा "अगर कोई देश तनाव भड़काने की कोशिश करेगा, तो भारत उसका माकूल जवाब देगा. हम सीमा पार आतंकवाद का लक्ष्यभेदी जवाब दे रहे हैं."
भारत की रणनीति: न तो हमले को नजरअंदाज करेंगे, न उकसावे में आएंगे
इस पूरी स्थिति में भारत ने न केवल अपनी सैन्य क्षमताओं को साबित किया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी यह संदेश दे दिया है कि वह संयमित लेकिन सशक्त राष्ट्र है. जहां पाकिस्तान की बौखलाहट स्पष्ट है, वहीं भारत की रणनीति सोच-समझकर की गई कार्रवाई और मजबूत कूटनीतिक पकड़ पर आधारित है.
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