इजरायल ने तुर्की को साफ चेतावनी दी है कि वह सीरिया में अपनी हद में रहे और कोई ऐसा कदम न उठाए जो इजरायल की सुरक्षा को खतरे में डाले. इजरायल ने ये बात उस वक्त कही जब दोनों देशों के प्रतिनिधि अजरबैजान में एक बैठक के दौरान मिले. ये बैठक सीरिया में हालात पर समन्वय के लिए की गई थी.
क्या कहा इजरायल ने?
इजरायली प्रतिनिधिमंडल ने बैठक में साफ कहा कि अगर तुर्की ने सीरिया के पाल्मेरा इलाके में कोई नया सैन्य ठिकाना बनाया, तो इसे रेड लाइन पार करना माना जाएगा. यानी ये इजरायल के लिए एक बड़ा खतरा होगा, जिसे वो बर्दाश्त नहीं करेगा.
बैठक में कौन-कौन था?
इस बातचीत में इजरायल की तरफ से राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रमुख तजाची हनेग्बी और सरकारी सैन्य सचिव ब्रिगेडियर जनरल रोमन गोफमैन शामिल थे. बैठक के बाद इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि दोनों देशों ने अपने-अपने हितों पर चर्चा की और सुरक्षा स्थिरता बनाए रखने के लिए बातचीत जारी रखने पर सहमति जताई.
सीरिया में क्या हो रहा है?
कुछ दिन पहले तुर्की ने सीरिया में बड़ी संख्या में सैनिक और सैन्य सामान तैनात किया है. यह तैनाती तब हो रही है जब इजरायल लगातार सीरिया में हवाई हमले कर रहा है. ऐसे में दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ सकता है.
तुर्की और सीरिया की नई डील
तुर्की ने सीरिया में बशर अल-असद की सत्ता जाने के बाद नई सरकार के साथ एक रक्षा समझौता किया है. इसके तहत सीरिया की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब तुर्की पर है और नई सरकार तुर्की के कहे अनुसार काम कर रही है. असद के शासन में तुर्की को सीरियाई विद्रोही गुटों से खतरा था, इसलिए उसने असद विरोधी गुटों की मदद की थी. इसी वजह से नई सरकार अब तुर्की का साथ दे रही है.
इजरायल की चेतावनी सीरिया को भी
इजरायल ने यह भी कहा है कि अगर सीरिया की सरकार उसकी सुरक्षा के लिए खतरा बनेगी, तो वो खुद खतरे में पड़ जाएगी. यानी, इजरायल सिर्फ तुर्की ही नहीं बल्कि सीरियाई सरकार को भी चेतावनी दे रहा है.
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