रूस और यूक्रेन की लड़ाई अब उस मोड़ पर पहुंच गई है जहां सीमाओं की कोई परवाह नहीं रह गई. रूसी ड्रोन यूक्रेन के शहरों को बेरहमी से निशाना बना रहे हैं, और अब यूक्रेन ने भी साफ कर दिया है कि वह रूस के दिल यानी मॉस्को तक आग पहुंचाने को तैयार है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने हाल ही में रूस के खिलाफ लंबी दूरी की मिसाइलों से हमले की धमकी दी है, और अब अमेरिका उसी दिशा में यूक्रेन की मदद करने को तैयार दिखाई दे रहा है.
अमेरिकी मिसाइलें बदल सकती हैं लड़ाई का स्वरूप
एक्सियोस की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिका जल्द ही यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें देने पर विचार कर रहा है. हालांकि अमेरिका ने आधिकारिक तौर पर किसी खास मिसाइल का नाम नहीं लिया है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि Precision Strike Missile (PrSM) और JASSM-ER क्रूज़ मिसाइल इस सूची में शामिल हो सकती हैं. इन दोनों मिसाइलों की रेंज इतनी है कि यूक्रेन से सीधा मॉस्को को निशाना बनाया जा सकता है.
ज़ेलेंस्की का सीधा इशारा: युद्ध अब रूस के भीतर भी होगा
यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने हाल ही में एक हाई-लेवल मिलिट्री मीटिंग के बाद स्पष्ट कर दिया कि यूक्रेन अब रक्षात्मक नहीं रहेगा. उनके अनुसार, “हम अपने कब्जे वाले इलाकों को मुक्त करने के साथ-साथ, रूसी क्षेत्र में भी हमले की क्षमता हासिल करेंगे.” यह बयान ऐसे समय आया है जब रूस की ओर से यूक्रेनी शहरों पर तीव्र हमले हो रहे हैं.
Precision Strike Missile (PrSM): छोटा शरीर, गहरी चोट
PrSM अमेरिकी सेना की नई पीढ़ी की जमीन से दागी जाने वाली मिसाइल है, जो 500 किमी तक मार कर सकती है. इसे HIMARS और MLRS जैसे आधुनिक लॉन्चरों से दागा जा सकता है. इसका मुख्य काम है दुश्मन के छिपे हुए ठिकानों, हथियारों के भंडार, रनवे, या कमांड पोस्ट पर हमला करना. यह मिसाइल पुराने ATACMS सिस्टम का उन्नत संस्करण है और काफी सटीक मानी जाती है.
JASSM-ER क्रूज मिसाइल: हवा से आएगी मौत
यह मिसाइल हवा से लॉन्च की जाती है और इसकी रेंज 1000 किमी तक हो सकती है. इसका मुख्य उद्देश्य है कि विमान को दुश्मन के इलाके में घुसने की ज़रूरत न हो. F-16, F-15, F/A-18 जैसे फाइटर जेट्स से दागी जाने वाली यह मिसाइल दुश्मन के बंकर, एयर डिफेंस सिस्टम, मोबाइल लॉन्चर, और यहां तक कि जहाजों को भी नष्ट कर सकती है. यह मिसाइल 2014 से अमेरिकी वायुसेना की सेवा में है और कई बार अपनी सटीकता का प्रमाण दे चुकी है.
यूक्रेन-मॉस्को की दूरी और सामरिक मायने
यूक्रेन से मॉस्को की सीधी दूरी करीब 500 किमी है. इसका मतलब यह है कि अगर PrSM और JASSM-ER जैसी मिसाइलें यूक्रेन को मिलती हैं, तो रूस की राजधानी अब पूरी तरह यूक्रेनी जवाबी हमलों की जद में आ जाएगी. इससे रूस पर दबाव बनाया जा सकता है कि वह अपनी सैन्य कार्रवाई पर पुनर्विचार करे या कम से कम आक्रामकता कम करे.
ट्रंप-पुतिन कॉल के बाद नीति में बदलाव?
एक्सियोस की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अमेरिकी नीति में यह बदलाव उस फोन कॉल के बाद आया है जो डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमिर पुतिन के बीच हुआ था. उसके बाद ट्रंप ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों से भी इस मुद्दे पर चर्चा की. इसमें ट्रंप ने स्पष्ट रूप से कहा कि पुतिन किसी भी कीमत पर यूक्रेन को पूरी तरह कब्जे में लेना चाहते हैं, और यही अमेरिका को कठोर फैसला लेने की दिशा में ले जा रहा है.
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