तेल अवीव/तेहरान: पश्चिम एशिया में तनाव एक खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है. इज़राइल द्वारा हाल ही में ईरान में किए गए लक्षित हवाई हमलों में ईरान के कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और परमाणु वैज्ञानिकों की मौत की खबर है. ईरानी मीडिया के अनुसार, इन हमलों में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर होसैन सलामी, गुलाम-अली रशीद, परमाणु वैज्ञानिक मोहम्मद तेहरानची और फ़ेरेदून अब्बासी समेत सशस्त्र बलों के प्रमुख मोहम्मद बाघेरी मारे गए हैं. यह हमला ईरान-इराक युद्ध (1980-1988) के बाद ईरान पर सबसे गंभीर सैन्य हमला माना जा रहा है.
ईरान ने इस हमले को ‘खून के बदले खून’ का मामला बताते हुए कड़े जवाब की चेतावनी दी है. इसके बाद यह सवाल उठने लगा है कि अगर युद्ध छिड़ता है तो दोनों देशों की सैन्य शक्ति की तुलना में कौन अधिक सक्षम है?
सैन्य ताकत: संख्या बनाम गुणवत्ता
ईरान की सेना:
ईरान के पास आर्मी, नेवी, एयरफोर्स और IRGC (इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स) का बड़ा ढांचा है.
इज़राइल की सेना:
इज़राइली सेना संख्या में भले पीछे हो, लेकिन युद्ध का अनुभव, उच्च तकनीक और तेज प्रतिक्रिया क्षमता इसे बेहद प्रभावशाली बनाती है.
वायु शक्ति: तकनीक में कौन आगे?
इज़राइल की वायुसेना:
ईरान की वायुसेना:
मिसाइल शक्ति: ईरान की बढ़त
ईरान की मिसाइल क्षमता:
प्रमुख मिसाइलें:
ईरानी मिसाइलें इज़राइल की एयर डिफेंस सिस्टम के लिए चुनौती बन सकती हैं.
इज़राइल की मिसाइल क्षमता:
प्रमुख मिसाइलें:
इज़राइल की मिसाइलें तेजी से लक्ष्य भेदने और सटीक हमले करने में सक्षम हैं, जबकि ईरान की मिसाइलों की संख्या अधिक है, लेकिन उनकी सटीकता और डिलीवरी सिस्टम में सीमाएं हैं.
एयर डिफेंस: किसका सुरक्षा कवच मजबूत?
इज़राइल:
ईरान:
इज़राइल की एयर डिफेंस सिस्टम्स इस समय दुनिया की सबसे प्रभावशाली प्रणालियों में मानी जाती हैं. ईरान की तुलना में इसकी सुरक्षा क्षमता कहीं अधिक है.
परमाणु क्षमता: बढ़त किसकी?
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के अनुसार, इज़राइल के पास लगभग 80 परमाणु हथियार हैं. इनमें से:
ईरान के पास आधिकारिक रूप से परमाणु हथियार नहीं हैं, लेकिन उसका यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम इज़राइल और पश्चिमी देशों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है.
ये भी पढ़ें- 'सभी मुस्लिम देश मिलकर...' एयरस्ट्राइक के बाद ईरान की धमकी, इजराइल को चारों ओर से घेरने की तैयारी?