इस्लामाबाद/नई दिल्ली: पाकिस्तान में सेना और आतंकवाद के बीच का रिश्ता एक बार फिर बेनकाब हो गया है. लश्कर-ए-तैयबा जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठन के वरिष्ठ कमांडर सैफुल्लाह कासूरी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुली धमकी देते हुए दिखाई दे रहा है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और इससे भारत-पाकिस्तान के बीच फिर से तनाव गहराने की संभावना है.
इस वीडियो में सैफुल्लाह कासूरी पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की तारीफ करते हुए उनसे अपील करता है कि वे भारत को "10 मई 2025 जैसा सबक फिर से सिखाएं". यह बयान सीधे तौर पर भारत को धमकाने के रूप में देखा जा रहा है और इससे इस बात की पुष्टि होती है कि पाकिस्तान की सेना और आतंकवादी संगठनों के बीच गहरे संबंध हैं.
कौन है सैफुल्लाह कासूरी?
सैफुल्लाह कासूरी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का उप प्रमुख माना जाता है. अमेरिका समेत कई देशों ने इसे ग्लोबल आतंकी घोषित किया है. भारत में हुए कई बड़े आतंकी हमलों में इसका नाम सामने आया है.
विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का मास्टरमाइंड यही आतंकी बताया गया था. इसके अलावा खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह आतंकी पाकिस्तान के रावलपिंडी और मुजफ्फराबाद जैसे क्षेत्रों में सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ नियमित संपर्क में रहता है.
वीडियो में भारत को दी धमकी
सैफुल्लाह कासूरी के वायरल वीडियो में वह कहता है, "मैं फील्ड मार्शल असीम मुनीर से आग्रह करता हूं कि वे नरेंद्र मोदी को 10 मई 2025 जैसा सबक दोबारा सिखाएं. भारत को फिर से उसकी औकात दिखानी चाहिए."
🚨Alert:
— OsintTV 📺 (@OsintTV) October 7, 2025
A dreaded terrorist issues a direct threat to India
Lashkar-e-Taiba’s Deputy Chief and Pahalgam attack mastermind Saifullah Kasuri threatens PM Modi, by praising Pak Army Chief Asim Munir says, “I request our supreme leader Field Marshal Asim Munir to teach a lesson… pic.twitter.com/CRiFcdB6xs
यह बयान सीधे तौर पर भारत के खिलाफ आतंकवादी कार्रवाई की धमकी जैसा है, और इससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि पाकिस्तानी सेना और आतंकवादी संगठन एक ही एजेंडे पर काम कर रहे हैं.
10 मई 2025: भारत का 'ऑपरेशन सिंदूर'
गौरतलब है कि 10 मई 2025 की तारीख भारत के हालिया "ऑपरेशन सिंदूर" से जुड़ी है. यह सैन्य अभियान भारतीय सेना द्वारा जम्मू-कश्मीर में घुसे पाक समर्थित आतंकियों के खिलाफ किया गया था. यह ऑपरेशन 6-7 मई की रात को शुरू हुआ था और इसके तहत दर्जनों आतंकियों को मार गिराया गया था.
सैफुल्लाह कासूरी द्वारा इस तारीख का जिक्र करने का मतलब है कि वह उस बड़ी सैन्य कार्रवाई का बदला लेने की धमकी दे रहा है, जिसमें पाकिस्तान के कई आतंकी कैम्प तबाह हुए थे.
पाकिस्तान सेना और आतंकी की साजिशें
सैफुल्लाह कासूरी का नाम पाकिस्तान सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कई बार देखा गया है.
4 सितंबर 2025 को कासूरी की एक तस्वीर वायरल हुई थी, जिसमें वह पाकिस्तानी सेना के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करता दिखा.
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी उसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के अफसरों के साथ देखा गया था.
इन घटनाओं से स्पष्ट है कि पाकिस्तान की सेना और आतंकी संगठन सामरिक सहयोग में लगे हुए हैं और उनके बीच रणनीतिक साझेदारी मौजूद है.
भारत का रुख: हर हमले का जवाब तैयार
भारत सरकार की तरफ से पहले ही यह स्पष्ट किया जा चुका है कि अगर भविष्य में कोई आतंकी हमला होता है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी पाकिस्तान सरकार और सेना की होगी. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने यह भी कहा है कि, "ऑपरेशन सिंदूर अभी रुका नहीं है, यह जारी रहेगा और भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगा."
भारत पहले ही अपनी सीमाओं पर सुरक्षा बलों की तैनाती और खुफिया निगरानी को बढ़ा चुका है. साथ ही पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी समूहों की गतिविधियों पर उपग्रह और ड्रोन निगरानी रखी जा रही है.