Margashirsha Purnima 2025: आज रात एक विशेष खगोलीय घटना देखने को मिलेगी, जो आकाश प्रेमियों के लिए किसी उपहार से कम नहीं होगी. 5 दिसंबर को मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन, हम साल 2025 का सबसे बड़ा और शानदार सुपरमून देखेंगे. इस चांद को "कोल्ड सुपरमून" कहा जा रहा है, क्योंकि यह सामान्य चांद से 10 प्रतिशत बड़ा और 30 प्रतिशत ज्यादा चमकीला होगा. यह चांद धरती के करीब होगा, और इसका दृश्य बेहद आकर्षक रहेगा. इस दुर्लभ खगोलीय नजारे को न देखना आपके लिए खगोलशास्त्र की एक अनमोल मिसिंग लिंक होगा. आइए जानते हैं इस सुपरमून के बारे में अधिक जानकारी.
क्या है सुपरमून और कैसे बनता है यह अद्भुत नजारा?
सुपरमून तब बनता है जब चंद्रमा अपनी कक्षा में पृथ्वी के बेहद करीब पहुंच जाता है. इसके परिणामस्वरूप, चंद्रमा का आकार सामान्य दिनों के मुकाबले बड़ा और चमकीला दिखाई देता है. इस बार चांद पृथ्वी से महज 3,57,000 किमी की दूरी पर होगा, जिससे यह 10 प्रतिशत बड़ा और 30 प्रतिशत ज्यादा चमकीला दिखेगा. यही कारण है कि इस चांद को कोल्ड सुपरमून कहा जा रहा है. जब सूरज डूबेगा और आसमान में हल्की रोशनी होगी, तब यह अद्भुत दृश्य हमें दिखाई देगा.
भारत में इस सुपरमून का खास दृश्य
भारत में 5 दिसंबर की रात सुपरमून को देखने का बेहतरीन मौका मिलेगा. अगर आसमान साफ रहा तो यह चांद हर जगह खास दिखाई देगा. विशेष रूप से रात 7 बजे के आस-पास, आपको एक बड़ा नारंगी रंग का चांद आसमान में नजर आएगा. यह दृश्य दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में भी आसानी से देखा जा सकेगा, और बिना दूरबीन के भी यह चांद अपने आकार और चमक से हर किसी का ध्यान खींचेगा.
क्यों होता है दिसंबर में सबसे ऊंचा चांद?
पूनम का चांद दिसंबर में हमेशा खास होता है, लेकिन इस बार का चांद सबसे ऊंचा होगा. यह घटना दिसंबर की शुरुआत के साथ जुड़ी हुई है, जब सूर्य 21 दिसंबर को सर्दियों की संक्रांति (Winter Solstice) के दौरान सबसे नीचे होगा. चंद्रमा हमेशा सूर्य की उल्टी दिशा में होता है, और जब सूर्य सबसे नीचे होता है, तो चांद सबसे ऊपर चढ़ जाता है. इसलिए इस बार पूर्ण चांद का सबसे ऊंचा और चमकीला रूप देखने को मिलेगा.
शीतकालीन तारामंडल और बृहस्पति ग्रह का अद्भुत संगम
सुपरमून के साथ आज शीतकालीन तारामंडल भी नजर आने वाला है. इस दौरान बृहस्पति ग्रह चंद्रमा के पास चमकता हुआ दिखाई देगा. ये सभी खगोलीय घटनाएं मिलकर एक शानदार दृश्य बनाएंगी, जो खगोल प्रेमियों के लिए एक अद्वितीय अनुभव साबित होगी.
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