राजा रघुवंशी हत्याकांड में मंगलदोष का एंगल, जानिए शादी के बाद कुंडली में ये दोष कितना खतरनाक

    मध्य प्रदेश के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड ने न केवल अपराध की दुनिया में हलचल मचाई, बल्कि एक प्राचीन ज्योतिषीय अवधारणा—मंगल दोष—को फिर से सुर्खियों में ला दिया.

    Mangal Dosha in Raja Raghuvanshi murder case
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    मध्य प्रदेश के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड ने न केवल अपराध की दुनिया में हलचल मचाई, बल्कि एक प्राचीन ज्योतिषीय अवधारणा—मंगल दोष—को फिर से सुर्खियों में ला दिया. कहा जा रहा है कि सोनम और राजा, दोनों की कुंडली में मंगल दोष था. इस दोष से छुटकारा पाने की कोशिश ने जानलेवा मोड़ ले लिया और राजा की मौत हो गई.

    अब सवाल उठता है—क्या वाकई मंगल दोष इतना घातक हो सकता है? क्या यह वैवाहिक जीवन को बर्बादी के कगार पर ला सकता है? और क्या किसी एक की मौत इससे तय मानी जा सकती है?

    आइए जानते हैं कि क्या है मंगल दोष, इसके प्रभाव क्या हैं और इससे निपटने के उपाय क्या हो सकते हैं.

    क्या है मंगल दोष?

    मंगल दोष (या मांगलिक दोष) तब माना जाता है जब जन्म कुंडली में मंगल ग्रह पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में स्थित होता है. इसे वैवाहिक जीवन के लिए विशेष रूप से अशुभ माना गया है.

    क्या हो सकते हैं इसके प्रभाव?

    • विवाह में विलंब: कुंडली में मंगल दोष होने पर विवाह में बार-बार अड़चनें आती हैं.
    • दांपत्य जीवन में कलह: शादी के बाद पति-पत्नी के बीच असामान्य तनाव, झगड़े या असहमति बढ़ सकती है.
    • स्वास्थ्य पर प्रभाव: कभी-कभी दोनों में से किसी एक के स्वास्थ्य पर बुरा असर देखा गया है.
    • तलाक या मृत्यु तक की नौबत: गंभीर दशा में, माना जाता है कि एक साथी की जान तक जा सकती है.

    हालांकि यह ज्योतिषीय मान्यता है और इसका वैज्ञानिक आधार नहीं है, फिर भी भारतीय समाज में इसे बहुत महत्व दिया जाता है.

    मंगल दोष से कैसे पाएं निजात?

    • मांगलिक से ही विवाह करें: यदि दोनों की कुंडली में मंगल दोष हो तो यह एक-दूसरे के प्रभाव को संतुलित कर सकता है.
    • विशेष पूजा और उपाय: 'मंगल शांति पूजा', 'हनुमान चालीसा का पाठ', और 'मंगलवार को व्रत' करने की सलाह दी जाती है.
    • कुंभ विवाह या पीपल विवाह: कुछ ज्योतिषीय उपायों के तहत नकली विवाह कर मंगल दोष के प्रभाव को टालने की कोशिश की जाती है.
    • कुंडली मिलान अनिवार्य: शादी से पहले किसी अच्छे पंडित से कुंडली का गहन मिलान कराना चाहिए.

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