भारत का वो अनोखा गांव, जहां के लोग बोलते हैं अजीबोगरीब भाषा, जानिए यहां की दिलचस्प बातें

    इस गांव में बाहरी लोगों को सिर्फ दिन में आने की अनुमति है. यहां के गेस्ट हाउस रात में बंद कर दिए जाते हैं. लोगों का मानना है कि यह सब जमलू देवता के आदेश के कारण किया जाता है.

    Malana India s most mysterious Himachal village with its own unique language
    Image Source: Freepik

    Mysterious Village: भारत की धरती रहस्यों और अनोखी कहानियों से भरी हुई है. कहीं परंपराएं लोगों को चौंकाती हैं, तो कहीं भाषाएं और रीति-रिवाज दुनिया के लिए अबूझ पहेली बन जाते हैं. हिमाचल प्रदेश की वादियों में बसा एक ऐसा ही गांव है, जिसका नाम है मलाणा. यह गांव अपनी संस्कृति, रहस्यमयी परंपराओं और अनोखी भाषा की वजह से पूरी दुनिया में चर्चित है.

    बर्फीले पहाड़ों के बीच बसा गांव

    मलाणा गांव, हिमालय की ऊँची चोटियों और गहरी खाइयों के बीच बसा हुआ है. यहां तक पहुँचना आसान नहीं है क्योंकि इस गांव तक कोई सड़क नहीं जाती. केवल पहाड़ी पगडंडियों से होते हुए ही यहां पहुंचा जा सकता है. पार्वती घाटी की तलहटी में बसे जरी गांव से लगभग चार घंटे की चढ़ाई के बाद मलाणा पहुंचा जा सकता है. 1500 से अधिक लोगों की आबादी वाला यह गांव सैलानियों के बीच बेहद मशहूर है.

    सिकंदर महान से जुड़ा रहस्य

    मलाणा गांव का सबसे बड़ा रहस्य है यहां के लोगों का इतिहास. कहा जाता है कि यहां के लोग खुद को यूनान के राजा सिकंदर महान के वंशज मानते हैं. माना जाता है कि जब सिकंदर ने भारत पर हमला किया था, तो उसके कुछ सैनिक यहीं बस गए थे और उनकी संताने मलाणा के लोग बने. हालांकि यह इतिहास पूरी तरह प्रमाणित नहीं है, लेकिन यहां के मंदिर में सिकंदर के समय की तलवार रखी होने का दावा जरूर किया जाता है. यही कारण है कि मलाणा को रहस्यमयी गांव कहा जाता है.

    अनोखी और रहस्यमयी भाषा

    मलाणा की सबसे बड़ी पहचान है यहां बोली जाने वाली कनाशी भाषा. इस भाषा को यहां के लोग पवित्र मानते हैं और इसे किसी बाहरी व्यक्ति को नहीं सिखाया जाता. दुनिया में यह भाषा केवल मलाणा गांव में बोली जाती है. इसकी रहस्यमयता को लेकर कई देशों के शोधकर्ता अध्ययन कर चुके हैं.

    अनोखी परंपराएं और मान्यताएं

    मलाणा के लोग अपनी परंपराओं को लेकर बेहद सख्त हैं. यहां के बुजुर्ग बाहरी लोगों से हाथ मिलाने या छूने से भी परहेज करते हैं. दुकानों से सामान खरीदते समय दुकानदार सीधे हाथ में सामान नहीं देता, बल्कि जमीन पर रख देता है. पैसे लेने का तरीका भी यही होता है. हालांकि, गांव की नई पीढ़ी अब इन परंपराओं से धीरे-धीरे दूर हो रही है और बाहरी लोगों से सहजता से घुल-मिल रही है.

    शादी और सामाजिक नियम

    मलाणा में शादी भी केवल गांव के भीतर ही की जाती है. यदि कोई व्यक्ति गांव के बाहर विवाह करता है, तो उसे समाज से अलग कर दिया जाता है. हालांकि, ऐसा मामला बहुत ही कम सुनने को मिलता है. यहां का समाज अपने नियमों और मान्यताओं के पालन को बेहद गंभीरता से निभाता है.

    देवता का आदेश और रात की पाबंदी

    इस गांव में बाहरी लोगों को सिर्फ दिन में आने की अनुमति है. यहां के गेस्ट हाउस रात में बंद कर दिए जाते हैं. लोगों का मानना है कि यह सब जमलू देवता के आदेश के कारण किया जाता है. यही वजह है कि मलाणा रात के समय पर्यटकों के लिए पूरी तरह बंद रहता है. 

    ये भी पढ़ें: PM मोदी के एक ऐलान से मिलेगी बड़ी राहत, सस्ते होंगे एयर कंडीशनर, 2,500 रुपए तक कम हो जाएगी कीमत