नई दिल्ली: त्योहारी सीज़न से पहले भारत सरकार ने ऐसा ऐलान कर दिया है, जिसने आम उपभोक्ताओं और अप्लायंस इंडस्ट्री दोनों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है. एयर कंडीशनर (AC) पर जीएसटी घटाने की घोषणा से अब लोगों के लिए ठंडी हवा का सपना और किफायती हो जाएगा.
एसी की कीमतों में बड़ी राहत
सरकार ने एयर कंडीशनर पर जीएसटी को मौजूदा 28% से घटाकर 18% करने का प्रस्ताव रखा है. इस बदलाव के बाद एसी की कीमतों में मॉडल के आधार पर 1,500 से 2,500 रुपये तक की कमी आएगी. यह कदम ऐसे समय में आया है जब हाल ही में इनकम टैक्स में राहत और रिज़र्व बैंक द्वारा रेपो रेट में कटौती पहले से ही उपभोक्ताओं को राहत दे चुके हैं. अब इस टैक्स कटौती के चलते प्रीमियम और एनर्जी एफिशिएंट मॉडल्स भी लोगों की पहुंच में आ जाएंगे.
इंडस्ट्री को मिली नई उम्मीद
एसी बनाने वाली कंपनियों ने इस कदम का स्वागत किया है. ब्लू स्टार के मैनेजिंग डायरेक्टर बी. त्यागराजन का कहना है कि यह फैसला उद्योग और उपभोक्ताओं दोनों के लिए शानदार है. उनका मानना है कि लोग अब नए जीएसटी रेट लागू होने तक खरीद का इंतजार करेंगे, जिससे अक्टूबर के बाद सेल्स में जबरदस्त उछाल देखने को मिलेगा.
उपभोक्ताओं को मिलेगा 10% तक प्राइस बेनिफिट
विशेषज्ञों के मुताबिक, जीएसटी में इस कटौती से ग्राहकों को एंड प्राइस पर लगभग 10% का लाभ होगा. पैनासोनिक लाइफ सॉल्यूशंस इंडिया के चेयरमैन मनीष शर्मा ने बताया कि अगर जीएसटी 28% से घटाकर 18% किया जाता है तो बाजार में कीमतें सीधे 6-7% तक घटेंगी. इसका मतलब है कि एंड यूजर को 1,500 से 2,500 रुपये तक की बचत होगी.
बढ़ेगी एसी की मांग
गोदरेज अप्लायंसेज के बिजनेस हेड कमल नंदी का कहना है कि भारत में अभी भी एयर कंडीशनर की पहुंच केवल 9-10% घरों तक ही है. ऐसे में यह टैक्स कटौती न केवल एसी को किफायती बनाएगी बल्कि देश के बड़े हिस्से में इसकी पहुंच को बढ़ाएगी. साथ ही, ऊर्जा-कुशल मॉडल्स की मांग में भी तेज़ी आएगी क्योंकि ग्राहक अब लागत और बिजली बचत दोनों का लाभ उठा सकेंगे.
टीवी मार्केट को भी फायदा
यह राहत केवल एसी तक सीमित नहीं है. सरकार ने 32 इंच से बड़े टीवी स्क्रीन पर भी जीएसटी स्लैब को 28% से घटाकर 18% करने का संकेत दिया है. टीवी बनाने वाली कंपनी सुपर प्लास्ट्रोनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (एसपीपीएल) के सीईओ अवनीत सिंह मारवाह का कहना है कि इससे घरेलू बाजार में उपभोक्तावाद को बढ़ावा मिलेगा और त्योहारों के दौरान बिक्री में 20% तक की बढ़ोतरी देखी जा सकती है. उन्होंने सुझाव दिया कि अगर सरकार 32 इंच के स्मार्ट टीवी को 5% टैक्स स्लैब में लाए तो यह उद्योग के लिए गेम चेंजर साबित होगा.
मानसून ने बिगाड़ी थी कंपनियों की सेल्स
दिलचस्प बात यह है कि अप्रैल-जून तिमाही में एसी कंपनियों को अप्रत्याशित गिरावट का सामना करना पड़ा. समय से पहले आए मानसून और बेमौसम बारिश की वजह से कंपनियों जैसे वोल्टास, ब्लू स्टार और हैवेल्स को रूम एयर कंडीशनिंग (RAC) बिजनेस में 13% से लेकर 34% तक की सेल्स गिरावट झेलनी पड़ी. इस कारण उनके राजस्व और मुनाफे पर शॉर्ट टर्म दबाव बना रहा. अब इस नई जीएसटी राहत से कंपनियों को त्योहारों में खोई हुई सेल्स वापस पाने का बड़ा मौका मिलेगा.
ग्राहकों और उद्योग दोनों के लिए फायदेमंद
कुल मिलाकर, एयर कंडीशनर और बड़े स्क्रीन टीवी पर जीएसटी घटाने का यह फैसला भारतीय उपभोक्ताओं के लिए राहत और उद्योग के लिए वरदान साबित हो सकता है. त्योहारों से ठीक पहले आया यह ऐलान न केवल उपभोक्ता मांग को बढ़ाएगा, बल्कि अप्लायंस इंडस्ट्री को भी नए स्तर पर पहुंचाने का रास्ता तैयार करेगा.
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