Lost Ship With Gold Discovered: इतिहास की किताबों में कई बार ऐसे राज छिपे होते हैं, जो सदियों बाद उजागर होते हैं और हमें अपने अतीत की अनदेखी कहानियों से रूबरू कराते हैं. ऐसे ही एक अनमोल रहस्य ने 2008 में अफ्रीका के नामीबिया के रेगिस्तानी इलाकों में पर्दा उठाया, जब 16वीं सदी का एक खोया हुआ जहाज ‘Bom Jesus’ मिला. यह जहाज 476 साल पहले समुद्र में लापता हो गया था, लेकिन अब इसके खजाने ने इतिहास प्रेमियों को चौंका दिया है.
Bom Jesus का रहस्य और खोज
साल 1533 में पुर्तगाल के समुद्री व्यापार के शिखर पर, Bom Jesus जहाज लिस्बन से भारत की ओर रवाना हुआ था. मगर तेज़ तूफान में यह जहाज नामीबिया के तट के पास पलट गया और समुद्र की गहराइयों में खो गया. यह मसीहाई काल का एक महत्वपूर्ण जहाज था, जो अपने साथ भारी मात्रा में धन लेकर जा रहा था. लगभग पांच सौ साल बाद 2008 में, हीरे की खुदाई के दौरान इस जहाज के अवशेष रेत के बीच से निकल आए.
रेत के बीच से निकले सोने के सिक्के और अनमोल वस्तुएं
डॉक्टर डिएटर नोलि के नेतृत्व में चल रही खुदाई में हजारों शुद्ध सोने के सिक्के, तांबे की ईंटें, कांसे के बर्तन, भाले, तलवारें, बंदूकें और हाथी दांत जैसे अनमोल वस्त्र मिले. सभी वस्तुएं इतनी अच्छी हालत में थीं कि उन्हें देखकर इतिहासकार भी दंग रह गए. यह खजाना न केवल संपत्ति का परिचायक था, बल्कि उस दौर के समुद्री व्यापार और संस्कृति की झलक भी था.
कौन था इस खजाने का असली मालिक?
खुदाई के दौरान तांबे की ईंटों पर Fugger-Thurzo नाम की जर्मन कंपनी का लोगो मिला, जो 16वीं सदी के धनी व्यापारी घरानों में से एक था. यह संकेत देता है कि इस जहाज पर उस समय यूरोप के सबसे शक्तिशाली और समृद्ध व्यापारिक घरानों का दबदबा था. नामीबिया का यह इलाका खान-नियंत्रित क्षेत्र होने की वजह से यह खजाना लुटेरों से सुरक्षित रह सका.
इतिहास के खजाने का संरक्षण
Bom Jesus की खोज ना सिर्फ एक जहाज के अवशेषों का मिलना है, बल्कि यह पुर्तगाली समुद्री इतिहास, व्यापारिक रणनीतियों और उस युग की जीवनशैली की महत्वपूर्ण जानकारी भी प्रदान करता है. इसीलिए इन वस्तुओं को म्यूजियम में सुरक्षित रखने का निर्णय लिया गया है ताकि आने वाली पीढ़ियां भी इस अनमोल विरासत को देख सकें.
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