अहमदाबाद प्लेन क्रैश में क्या थे पायलट के आखिरी शब्द? पढ़कर कांप उठेगी रूह

    अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हाल ही में हुए एयर इंडिया विमान हादसे ने हर किसी को चौंका दिया है.

    last words of pilot in Ahmedabad plane crash
    अहमदाबाद प्लेन क्रैश | Photo: ANI

    अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हाल ही में हुए एयर इंडिया विमान हादसे ने हर किसी को चौंका दिया है. टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना ने सुरक्षा व्यवस्थाओं और तकनीकी पहलुओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. अब इस हादसे की जांच नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने गंभीरता से शुरू कर दी है.

    DGCA ने एयरपोर्ट पर लगे CCTV कैमरों की रिकॉर्डिंग अपने कब्जे में ले ली है, जिसमें टेकऑफ के बाद की पूरी घटना साफ-साफ दिखाई दे रही है. यह फुटेज हादसे के कारणों को समझने में बड़ी भूमिका निभा सकता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, विमान हवा में केवल 31-32 सेकंड तक ही टिक सका और फिर हादसे का शिकार हो गया.

    जांच का फोकस: 7 से 12 सेकंड का समय बेहद अहम

    विशेषज्ञों का मानना है कि उड़ान के शुरुआती 7 से 12 सेकंड बेहद अहम थे. CCTV फुटेज के अनुसार, उड़ान भरने के 8वें सेकंड पर ही विमान की दिशा अचानक नीचे की ओर होने लगी थी. इससे संकेत मिलता है कि या तो तकनीकी गड़बड़ी थी या फिर पायलट को विमान पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं रहा.

    सूत्रों की मानें तो पायलट के आखिरी शब्द बेहद चिंताजनक थे: "मेडे, नो थ्रस्ट, लूजिंग पावर, अनएबल टू लिफ्ट". ये शब्द किसी गंभीर इंजन समस्या या थ्रस्ट फेलियर की ओर इशारा करते हैं, जो अब DGCA की जांच का मुख्य आधार बन गए हैं.

    सभी संभावित कारणों की हो रही पड़ताल

    DGCA ने हादसे की गहराई तक जाने के लिए कई पहलुओं को जांच के दायरे में लिया है. इनमें शामिल हैं:

    • टेकऑफ के समय पक्षी से टकराने की संभावना
    • इंजन फेल होना या थ्रस्ट में अचानक गिरावट
    • पायलट की गलती या मानवीय चूक

    तकनीकी या सॉफ्टवेयर से जुड़ी कोई गड़बड़ी

    इसके अलावा, फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR), कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (CVR) और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग को भी खंगाला जा रहा है.

    मेंटेनेंस हिस्ट्री भी जांच के घेरे में

    DGCA विमान की मेंटेनेंस हिस्ट्री और उड़ान से पहले की चेकलिस्ट की भी बारीकी से समीक्षा कर रही है. इसका मकसद यह जानना है कि कहीं विमान में पहले से कोई तकनीकी समस्या तो नहीं थी जो उड़ान के दौरान गंभीर बन गई.

    ये भी पढ़ेंः ईरान में तबाही, इजरायल ने सबसे खतरनाक परमाणु ठिकाने को किया पूरी तरह नष्ट; खामेनेई का पारा हाई