Surya Grahan 2025: अगर आप ज्योतिष या खगोल विज्ञान में दिलचस्पी रखते हैं, तो सितंबर का महीना आपके लिए खास रहने वाला है. क्योंकि साल 2025 का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण इसी महीने लगने जा रहा है. हालाँकि, भारत में यह दिखाई नहीं देगा, लेकिन दुनिया के कई हिस्सों में यह एक अद्भुत खगोलीय घटना बनने वाला है.
आइए जानते हैं, यह सूर्य ग्रहण कब लगेगा, कहां-कहां दिखेगा, और ज्योतिषीय रूप से आपकी राशि पर इसका क्या असर हो सकता है.
सूर्य ग्रहण कब लगेगा?
पंचांग के अनुसार, यह आंशिक सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025 को आश्विन मास की अमावस्या तिथि को लगेगा.
शुरुआत: रात 11:00 बजे
समाप्ति: रात 3:23 बजे
कुल अवधि: 4 घंटे 23 मिनट
ध्यान देने वाली बात यह है कि यह ग्रहण रात में लगेगा, इसलिए भारत में यह दृश्य नहीं होगा.
कहां दिखेगा यह सूर्य ग्रहण?
यह सूर्य ग्रहण उन स्थानों पर दिखाई देगा, जहां उस समय दिन होगा. इसमें शामिल हैं:
इन क्षेत्रों में लोग आंशिक रूप से सूर्य को ग्रहण में ढका हुआ देख सकेंगे.
भारत में सूतक काल क्यों मान्य नहीं?
हिंदू धर्म में सूर्य या चंद्र ग्रहण के समय सूतक काल का विशेष महत्व होता है, लेकिन इसकी मान्यता केवल तभी होती है जब ग्रहण भारत में दिखाई देता है. चूंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा, इसलिए इस बार सूतक काल मान्य नहीं होगा. धार्मिक कार्यों या मंदिरों पर किसी प्रकार की रोक नहीं रहेगी.
सूर्य ग्रहण का राशियों पर असर
ज्योतिषीय दृष्टिकोण से, यह सूर्य ग्रहण तब लगेगा जब सूर्य कन्या राशि में होंगे और नक्षत्र, उत्तरा फाल्गुनी में होंगे. इसलिए इस ग्रहण का सबसे अधिक प्रभाव कन्या राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के जातकों पर पड़ सकता है.
हालाँकि सूतक काल मान्य नहीं है, फिर भी यह समय कुछ राशियों के लिए मानसिक अशांति, ऊर्जा में कमी और स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियाँ ला सकता है. विशेष सावधानी की आवश्यकता हो सकती है.
किन राशियों को रहना चाहिए सतर्क?
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