मध्य पूर्व में इज़रायल और ईरान के बीच जारी संघर्ष अब एक खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है. जिस बात का अंदेशा ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई लंबे समय से जता रहे थे, आखिर वही हुआ. ईरानी मिसाइलों की बमबारी से इज़रायल के शहरों में भारी तबाही हुई. इसका सीधा प्रभाव वॉशिंगटन में महसूस किया गया. हालात बिगड़ते देख अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी सेना को ग्रीन सिग्नल दे दिया.
ईरान ने भी इन हमलों की पुष्टि कर दी
शनिवार की आधी रात के बाद, अमेरिका के स्टील्थ B-2 बमवर्षक विमानों ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु केंद्रों पर जबरदस्त हमला किया. इन विमानों ने अपने साथ GBU-57 बंकर बस्टर बम ले रखे थे, जो ज़मीन के कई फुट नीचे छिपे ठिकानों को भी नष्ट करने में सक्षम हैं. सूत्रों के अनुसार, इस हमले में फोर्डो, नतांज और इस्फहान स्थित ईरान के न्यूक्लियर फैसिलिटीज को पूरी तरह तबाह कर दिया गया है. खुद ईरान ने भी इन हमलों की पुष्टि कर दी है.
"इस जंग की शुरुआत आपने की है, अब इसका अंत हम करेंगे."
इसके साथ ही ईरान ने कड़ा रुख अपनाते हुए अमेरिका और ट्रंप को सीधी चेतावनी दी है. ईरानी बयान में कहा गया है: "इस जंग की शुरुआत आपने की है, अब इसका अंत हम करेंगे." अब सवाल ये है कि क्या अमेरिका इस हमले के बाद रुक जाएगा या आगे और बड़ा कदम उठाएगा? और क्या ईरान की चेतावनी एक नई और ज़्यादा खतरनाक लड़ाई का संकेत है?
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