जापान अब खामोश नहीं रहेगा, चीन और उत्तर कोरिया को जवाब देने आ रही है ‘हाइपरसोनिक शक्ति’; पाकिस्तान परेशान!

    जापान ने अपनी सबसे खतरनाक और हाईटेक मिसाइल Hyper Velocity Guided Projectile (HVGP) का प्रदर्शन किया है. ये मिसाइल महज कोई तकनीकी अद्भुत चीज नहीं, बल्कि एक साफ़ संदेश है—जापान अब तैयार है.

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    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    दुनिया के बदलते सुरक्षा समीकरणों में अब चुप रहना कमजोरी समझा जाता है. शायद यही वजह है कि जापान ने भी अपनी सैन्य नीति में एक बड़ा बदलाव करते हुए साफ कर दिया है—वह अब केवल रक्षात्मक नीति तक सीमित नहीं रहेगा. अब वक्त है, ज़रूरत पड़ने पर निर्णायक हमला करने का.

    हाल ही में जापान ने अपनी सबसे खतरनाक और हाईटेक मिसाइल Hyper Velocity Guided Projectile (HVGP) का प्रदर्शन किया है. ये मिसाइल महज कोई तकनीकी अद्भुत चीज नहीं, बल्कि एक साफ़ संदेश है—जापान अब तैयार है, और किसी भी खतरे को उसी की भाषा में जवाब देने को तत्पर है.

    HVGP: दुश्मन के किले की दीवारें तोड़ने वाली मिसाइल

    HVGP एक हाइपरसोनिक मिसाइल है जो लगभग Mach 5 की गति यानी आवाज़ की रफ्तार से पांच गुना तेज उड़ान भरती है. फिलहाल इसकी रेंज 900 किलोमीटर है, लेकिन जापान इसे बढ़ाकर 2000 से 3000 किलोमीटर तक ले जाने की योजना बना चुका है. इसका मतलब है कि ये मिसाइल चीन और उत्तर कोरिया जैसे विरोधी देशों के बेहद संवेदनशील ठिकानों को भी आसानी से निशाना बना सकती है.

    चीन की सुरक्षा दीवार भी अब सुरक्षित नहीं

    चीन ने अपनी नौसेना की रक्षा के लिए तीन परतों वाली मजबूत सुरक्षा प्रणाली बनाई है—बाहरी घेरा फाइटर जेट्स और सबमरीनों का, बीच वाला लेयर विध्वंसक पोत और एंटी-सबमरीन सिस्टम का, और अंदरूनी सुरक्षा क्लोज-इन वेपन सिस्टम का. लेकिन HVGP जैसी मिसाइलें इन सभी परतों को भेदने की क्षमता रखती हैं. इसकी रफ्तार और दिशानिर्देशन प्रणाली इतनी उन्नत है कि चीन के महंगे और भारी-भरकम सुरक्षा इंतज़ाम भी इसके सामने कमज़ोर साबित हो सकते हैं.

    उत्तर कोरिया की ‘छुपी’ ताकत भी अब निशाने पर

    उत्तर कोरिया लगातार अपने परमाणु हथियारों को चलायमान और अधिक मारक बनाने में जुटा है. लेकिन जापान की नई हाइपरसोनिक तकनीक उसकी इन कोशिशों को भी बेकार कर सकती है. HVGP उन ठिकानों को भी निशाना बना सकती है, जिन्हें उत्तर कोरिया ने गुप्त रखा है.

    जापान का बदला हुआ सैन्य चेहरा

    जापान अब केवल HVGP तक सीमित नहीं है. उसके पास पहले से ही टॉमाहॉक क्रूज़ मिसाइलें, लंबी दूरी की टाइप-12 मिसाइलें, और अब हाइपरसोनिक क्रूज़ मिसाइलों की नई पीढ़ी का ज़खीरा है. यानी जापान के पास अब सटीक, लंबी दूरी तक मार करने वाली और घातक मिसाइल क्षमताएं हैं.

    एशिया में बदलते समीकरण

    अब तक चीन का ‘ब्लू वॉटर नेवी ऑपरेशन’ और उत्तर कोरिया की ‘सरवाइवल डिटेरेंट’ रणनीति पूरे एशिया में प्रभाव जमाने का माध्यम थे. लेकिन जापान की नई तकनीकी छलांग इन समीकरणों को बदल सकती है. HVGP और भविष्य की स्क्रैमजेट-आधारित मिसाइलें एशिया की सैन्य तस्वीर को नए सिरे से लिखने की तैयारी कर चुकी हैं.

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