इस्लामाबाद: भारत द्वारा आतंकी ठिकानों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की स्थिति असहज हो गई है. सैन्य दबाव और अंतरराष्ट्रीय नजरों में पड़े असर के चलते अब पाकिस्तान भारत के साथ बातचीत के लिए तैयार होने का संकेत दे रहा है. पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने साफ कहा कि इस्लामाबाद हर स्तर पर संवाद के लिए उपलब्ध है. जब भी भारत राजी हो.
डार की पेशकश: "तैयार हैं, लेकिन हताश नहीं"
पाकिस्तानी राजधानी में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इशाक डार ने कहा, हम भारत के साथ हर स्तर पर बातचीत के लिए तैयार हैं. जब भी भारत बातचीत चाहेगा, हम तैयार रहेंगे. लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि हम हताश हैं. डार ने भारत पर यह आरोप भी लगाया कि वह केवल आतंकवाद तक ही बातचीत को सीमित करना चाहता है, जबकि पाकिस्तान जल विवाद जैसे वृहद मुद्दों पर व्यापक संवाद की वकालत करता है.
हम सबसे ज्यादा गंभीर
इशाक डार ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर की उस टिप्पणी का जवाब दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के साथ बातचीत केवल आतंकवाद के मुद्दे पर होनी चाहिए. डार ने कहा, “यह ठीक नहीं है. हमसे ज्यादा गंभीर कोई नहीं है. बातचीत के लिए दो पक्षों की जरूरत होती है.” भारत ने पहले स्पष्ट किया था कि पाकिस्तान के साथ बातचीत का इकलौता विषय पाक अधिकृत कश्मीर (POK) को खाली करना है, ना कि कोई अन्य विवाद.
ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमला
भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में चार दिन तक सैन्य झड़पें हुई थीं, जिन्हें दोनों देशों के बीच दशकों की सबसे गंभीर मुठभेड़ माना जा रहा है. इस संघर्ष की शुरुआत 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक आतंकी हमले से हुई, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे. इस हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों का हाथ बताया गया.
इसके जवाब में भारत ने सीमा पार स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया, जिसके तहत पीओके और पाकिस्तान के भीतर घुसकर टारगेटेड स्ट्राइक्स की गईं. लड़ाकू विमानों, ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल इस ऑपरेशन का हिस्सा था. 10 मई को दोनों पक्षों ने संघर्षविराम पर सहमति जताई, जिससे सैन्य तनाव में अस्थायी राहत मिली.
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