उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के बारे में वो बातें जो आपने कभी नहीं सुनीं, पढ़कर रह जाएंगे दंग

    किम जोंग उन की छवि एक ऐसे शासक की है, जो दुनिया से कटे अपने देश को लोहे की दीवारों से ढककर चलता है. लेकिन उनके जीवन से जुड़े कुछ ऐसे किस्से हैं जो न सिर्फ चौंकाते हैं, बल्कि उनकी व्यक्तित्व की परतों को भी उजागर करते हैं.

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    Kim Jong Un interesting Facts: दुनिया में कुछ देश रहस्यमय होते हैं और उनमें सबसे ऊपर आता है उत्तर कोरिया, जहां की शासन व्यवस्था और तानाशाही रवैया इसे बाकी देशों से अलग बनाता है. यहां के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन की छवि एक ऐसे शासक की है, जो दुनिया से कटे अपने देश को लोहे की दीवारों से ढककर चलता है. लेकिन उनके जीवन से जुड़े कुछ ऐसे किस्से हैं जो न सिर्फ चौंकाते हैं, बल्कि उनकी व्यक्तित्व की परतों को भी उजागर करते हैं.

    अक्सर माना जाता है कि तानाशाह अपनी जमीन से ही उभरते हैं, लेकिन किम जोंग की शुरुआती शिक्षा उत्तर कोरिया से बाहर, स्विट्जरलैंड में हुई. वहां उन्होंने इंटरनेशनल स्कूल ऑफ बर्न में छद्म नाम 'पक-चोल' से पढ़ाई की. वे 1993 से 1998 तक स्कूल में रहे और फिर जर्मन लैंग्वेज स्कूल से भी पढ़ाई की. कहा जाता है कि वे पढ़ाई में औसत और स्वभाव से शर्मीले थे.

    उम्र को लेकर भी है रहस्य

    किम जोंग उन की असली उम्र क्या है, इसे लेकर भी विवाद है. दक्षिण कोरियाई रिकॉर्ड के मुताबिक उनका जन्म 8 जनवरी 1983 को हुआ, जबकि अमेरिकी रिकॉर्ड उन्हें 1984 का बताता है. ऐसे में उनकी सही उम्र आज भी एक राजनीतिक रहस्य बनी हुई है.

    फूफा को कुत्तों से मरवाया

    उत्तर कोरिया में किम जोंग उन के पिता किम जोंग इल और दादा किम-Il सुंग को भगवान की तरह पूजा जाता है. हर घर में उनकी तस्वीर लगाना अनिवार्य है. लेकिन इस ‘पूजनीय’ छवि के पीछे छिपी है एक नृशंस तानाशाही. 2013 में किम जोंग ने अपने ही फूफा को 120 भूखे कुत्तों के सामने मरवा दिया. बाद में, बुआ को भी जहर देकर मारने की खबरें सामने आईं.

    एक डॉक्टरेट और सख्त तानाशाही

    भले ही किम जोंग की छवि एक कठोर नेता की हो, लेकिन मलेशिया की HELP यूनिवर्सिटी ने उन्हें डॉक्टरेट की मानद उपाधि से नवाजा. उन्होंने प्योंगयांग की मिलिट्री यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की, लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार, अधिकांश शिक्षा घर पर ही निजी तौर पर पूरी की गई.

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