इंडिगो संकट के बीच एयरलाइंस का किराया Hike! सरकार ने तुरंत लगाई लगाम; सभी रूटों पर लागू किया फेयर कैप

    Indigo Flight Cancels: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इन दिनों भारी परिचालन संकट से जूझ रही है, जिसके कारण कई रूटों पर उड़ानें रद्द और देरी की मार झेलनी पड़ रही है. इसका सीधा असर यात्रियों पर पड़ा, क्योंकि मांग बढ़ते ही कई अन्य एयरलाइंस ने अचानक किराए आसमान पर पहुंचा दिए.

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    Indigo Flight Cancels: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इन दिनों भारी परिचालन संकट से जूझ रही है, जिसके कारण कई रूटों पर उड़ानें रद्द और देरी की मार झेलनी पड़ रही है. इसका सीधा असर यात्रियों पर पड़ा, क्योंकि मांग बढ़ते ही कई अन्य एयरलाइंस ने अचानक किराए आसमान पर पहुंचा दिए. हालात बिगड़ते देख उड्डयन मंत्रालय ने अब निर्णायक कदम उठाते हुए किरायों पर सख्त नियंत्रण लागू कर दिया है.


    इंडिगो के ऑपरेशनल गड़बड़ियों ने देशभर में हवाई सफर का गणित बदल दिया. जैसे-जैसे उड़ानें रद्द होती गईं, यात्रियों की भीड़ दूसरे विकल्पों की तरफ मुड़ी. इसी मौके का फायदा उठाते हुए कुछ एयरलाइंस ने चुनिंदा रूटों पर टिकटें मनमाने दामों पर बेचनी शुरू कर दीं. कई सेक्टर्स में किराया सामान्य से कई गुना ज्यादा दिखने लगा, जिससे यात्रियों में नाराज़गी और चिंता बढ़ने लगी.

    मंत्रालय का हस्तक्षेप, लागू हुआ फेयर कैप

    स्थिति को अनियंत्रित होता देख उड्डयन मंत्रालय ने तुरंत एक्शन लिया और सभी प्रभावित रूटों पर फेयर कैप लागू कर दिया. यानी अब कोई भी एयरलाइन तय की गई अधिकतम सीमा से ऊपर किराया नहीं वसूल सकेगी. यह निर्देश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है. मंत्रालय ने साफ कहा—किसी भी प्रकार की ‘मौकापरस्ती वाली प्राइसिंग’ या यात्रियों के साथ आर्थिक शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

    क्यों उठाया गया ये कदम?

    सरकार का उद्देश्य स्पष्ट है. हवाई किरायों में अनुशासन बनाए रखना. संकट की घड़ी में यात्रियों को राहत देना. वरिष्ठ नागरिक, छात्र, मरीज जैसे जरूरी यात्रियों को आर्थिक बोझ से बचाना. मंत्रालय ने यह भी कहा कि इंडिगो संकट के दौरान बढ़ती मांग का फायदा उठाकर किराया बढ़ाना सेवा-नियमों के खिलाफ है.

    सतत निगरानी और सख्त चेतावनी

    उड्डयन मंत्रालय रियल टाइम डेटा के आधार पर सभी रूटों पर किरायों की बारीकी से निगरानी कर रहा है. एयरलाइंस और ऑनलाइन टिकट प्लेटफॉर्म्स को भी चेतावनी देते हुए कहा गया है कि तय फेयर कैप से जरा सी भी गड़बड़ी पाए जाने पर तुरंत सख्त कार्रवाई की जाएगी. किरायों की यह सीमा तब तक बरकरार रहेगी जब तक इंडिगो का परिचालन पूरी तरह सामान्य नहीं हो जाता.सरकारी दखल के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि टिकटों की कीमतें स्थिर होंगी और आपात स्थिति में यात्रा करने वालों को भारी आर्थिक नुकसान से बचाया जा सकेगा.

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