Indigo Disruption: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इन दिनों गंभीर परिचालन संकट से गुजर रही है. शुक्रवार का दिन यात्रियों के लिए सबसे कठिन साबित हुआ, क्योंकि सुबह होते ही राजधानी दिल्ली में इंडिगो की करीब 220 उड़ानें एक साथ रद्द कर दी गईं. इतना ही नहीं, दिल्ली से उड़ान भरने वाली सभी इंडिगो फ्लाइट्स पूरे दिन के लिए रद्द रहीं, जिसके बाद एयरपोर्ट पर अफरातफरी मच गई और हजारों यात्री घंटों तक परेशानी झेलते रहे.
इंडिगो की उड़ानों पर असर सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं है. जानकारी के मुताबिक हैदराबाद एयरपोर्ट पर भी 90 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं. देश के अन्य प्रमुख एयरपोर्ट्स पर भी स्थिति सामान्य नहीं है—कई फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सैकड़ों में देरी दर्ज की जा रही है. इंडिगो के परिचालन रिकॉर्ड के मुताबिक शुक्रवार को ही 400 से अधिक उड़ानें देरी से चलीं, जिससे यात्रियों की परेशानी दोगुनी हो गई.
केबिन क्रू की समस्या और तकनीकी चुनौतियाँ बनी बड़ी वजह
एयरलाइन के भीतर केबिन क्रू से जुड़ी समस्याएँ, क्रू की अनुपलब्धता और कुछ तकनीकी कारणों के चलते यह संकट गहराता जा रहा है. इसके साथ ही नए शेड्यूलिंग नियम और ऑपरेशनल प्रेशर ने भी इंडिगो के संचालन को प्रभावित किया है. इसी लगातार बिगड़ती स्थिति को देखते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय और DGCA पिछले कई दिनों से इंडिगो के परिचालन की निगरानी कर रहे हैं. एयरलाइन से लगातार रिपोर्ट मांगी जा रही है और समाधान खोजे जा रहे हैं.
कब सामान्य होगा इंडिगो का संचालन?
इंडिगो ने गुरुवार को डीजीसीए को एक अपडेट देते हुए बताया कि कंपनी 10 फरवरी 2026 तक अपने संचालन को पूरी तरह स्थिर कर लेगी. यानी आने वाले कई हफ्तों तक उड़ानों में देरी और रद्दीकरण जारी रह सकता है. यात्रियों के सामने फिलहाल इंतजार और असुविधा के अलावा कोई विकल्प नहीं है, जबकि एयरलाइन का दावा है कि वह स्थिति को संभालने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है.
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