'सैन्य कार्रवाई करेगा भारत', अब संयुक्त राष्ट्र में गिड़गिड़ाया पाकिस्तान, जान बचाने की लगाई गुहार

    भारत के साथ बढ़ते तनाव को लेकर पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की है. संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि आसिम इफ्तिखार अहमद ने चेतावनी दी है कि भारत की ओर से ‘काइनेटिक एक्शन’ (प्रत्यक्ष सैन्य कार्रवाई) की आशंका गहराती जा रही है और इसे लेकर वैश्विक स्तर पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है.

    India will take kinetic action now Pakistan pleaded in the United Nations pleaded to save lives
    असीम इफ्तिखार अहमद/Photo- X

    इस्लामाबाद: भारत के साथ बढ़ते तनाव को लेकर पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की है. संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि आसिम इफ्तिखार अहमद ने चेतावनी दी है कि भारत की ओर से ‘काइनेटिक एक्शन’ (प्रत्यक्ष सैन्य कार्रवाई) की आशंका गहराती जा रही है और इसे लेकर वैश्विक स्तर पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है.

    इस बयान के पीछे हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ वह आतंकी हमला है, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी. भारत ने इसके लिए पाकिस्तान-समर्थित आतंकी समूहों को ज़िम्मेदार ठहराया है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है.

    संयुक्त राष्ट्र महासचिव से मुलाकात

    पाकिस्तानी प्रतिनिधि आसिम अहमद ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मुलाकात कर उन्हें भारत और पाकिस्तान दोनों देशों का दौरा करने का निमंत्रण दिया है. उनका उद्देश्य है कि महासचिव स्वयं क्षेत्रीय हालात का जायजा लें और शांति बहाली में योगदान दें.

    हालांकि भारत ऐतिहासिक रूप से इस बात पर कायम रहा है कि उसके द्विपक्षीय मुद्दों में किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की आवश्यकता नहीं है. ऐसे में यह प्रस्ताव कितनी दूर तक जाएगा, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है.

    संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ले जाने की योजना

    पाकिस्तान, भारत के साथ बढ़ते तनाव को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सामने लाने की संभावनाओं पर भी विचार कर रहा है. आसिम अहमद ने कहा कि क्षेत्रीय शांति के लिए सभी संभावित राजनयिक रास्तों को अपनाया जाएगा.

    उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत और पाकिस्तान के बीच टकराव के दुष्परिणाम पूरे दक्षिण एशिया को प्रभावित कर सकते हैं. ऐसे में, अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ज़िम्मेदारी बनती है कि वह स्थिति को नियंत्रण में रखने में सहायक बने.

    गंभीरता को नजरअंदाज न करें

    पाकिस्तान की ओर से यह भी दावा किया गया कि वह टकराव नहीं चाहता और इस बात को उसने विश्व के सामने विभिन्न स्तरों पर स्पष्ट रूप से रखा है. आसिम अहमद ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष, सुरक्षा परिषद के मौजूदा अध्यक्ष और इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) के प्रतिनिधियों से भी बातचीत की है.

    उनका कहना है कि भारत की संभावित सैन्य कार्रवाई की आशंका को हल्के में नहीं लिया जा सकता और यदि विश्व बिरादरी ने समय रहते हस्तक्षेप नहीं किया, तो यह तनाव व्यापक संकट का रूप ले सकता है.

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