22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई. इस हमले ने एक बार फिर भारत-पाक संबंधों को युद्ध जैसे हालात की ओर मोड़ दिया है. आतंक के खिलाफ निर्णायक रुख अपनाते हुए भारत अब जवाबी कार्रवाई की तैयारी में जुट गया है. सूत्रों के अनुसार, भारत की सैन्य टारगेट लिस्ट में पाकिस्तान स्थित कई रणनीतिक और आतंकी ठिकानों को शामिल किया गया है.
1. हाफिज सईद और लश्कर का मुख्यालय
भारत की हिटलिस्ट में सबसे ऊपर है लश्कर-ए-तैयबा का सरगना हाफिज सईद, जिसे 26/11 मुंबई हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है. सईद का ठिकाना पंजाब प्रांत के मुरिदके में स्थित बताया जाता है, हालांकि हाल ही में लाहौर में उसके एक गुप्त ठिकाने की जानकारी सामने आई है. ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह स्थान संभावित एयरस्ट्राइक या टारगेटेड ऑपरेशन का केंद्र बन सकता है.
2. मसूद अजहर और जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप
पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर और उसकी जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के कई ट्रेनिंग कैंप पाकिस्तान के बहावलपुर, पीओके के रावलकोट, और कोटली जैसे इलाकों में फैले हुए हैं. ये कैंप सीमा पार आतंकियों को घुसपैठ और हमले की ट्रेनिंग देने के लिए कुख्यात हैं. 2019 की बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद अब फिर से इन्हें निशाना बनाया जा सकता है.
3. रावलपिंडी का सैन्य हेडक्वार्टर और जनरल आसिम मुनीर
पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल आसिम मुनीर पर भारत में आतंकी गतिविधियों को शह देने का आरोप है, खासकर तब जब वे ISI के प्रमुख थे. रावलपिंडी स्थित सेना मुख्यालय उनकी रणनीतियों और अभियान संचालन का केंद्र है. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहलगाम हमले के बाद से मुनीर सुरक्षा कारणों से बंकर में रह रहे हैं, हालांकि पाकिस्तान सरकार ने हाल ही में उनकी तस्वीर जारी कर इसे खारिज किया.
4. पीओके में सक्रिय लॉन्च पैड
भारत के सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार, पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में करीब 17 आतंकी ट्रेनिंग कैंप और 37 लॉन्च पैड अभी भी सक्रिय हैं. ये लॉन्च पैड आतंकियों को कश्मीर घाटी में भेजने का आधार हैं और रावलकोट, मुजफ्फराबाद, कोटली जैसे इलाकों में फैले हुए हैं. इन पर एयरस्ट्राइक की संभावना लगातार बढ़ रही है.
5. ISI हेडक्वार्टर, इस्लामाबाद
भारत द्वारा सबसे खतरनाक माना जाने वाला केंद्र है ISI (Inter-Services Intelligence) का मुख्यालय. यह एजेंसी पाकिस्तान में आतंकी संगठनों को लॉजिस्टिक, वित्तीय और खुफिया मदद पहुंचाने के लिए जानी जाती है. माना जा रहा है कि ISI की भूमिका पहलगाम हमले में भी रही है और भारत इसके खिलाफ भी कार्रवाई के विकल्पों पर विचार कर रहा है.
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