22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. इस हमले में 26 नागरिकों की जान चली गई, और इसके पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) का नाम सामने आया. ऐसे में भारत ने अब शब्दों के बजाय शक्ति के ज़रिए जवाब देना शुरू कर दिया है.
भारतीय नौसेना ने इस तनावपूर्ण माहौल में एक बेहद स्ट्रॉन्ग और रणनीतिक संदेश साझा किया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर @IndiannavyMedia ने पोस्ट किया: "Fuelling the Maritime Might - No mission too distant, No Sea too vast" हैशटैग्स – #FleetSupport #AnytimeAnywhereAnyhow – इस संदेश को और धार दे रहे हैं.
सिर्फ संदेश नहीं, एक्शन भी साफ है
यह पोस्ट केवल एक मोटिवेशनल लाइन नहीं, बल्कि भारत की समुद्री ताकत का एक खुला इशारा है. एक तरफ पाकिस्तान में घबराहट का माहौल है, तो दूसरी तरफ भारत की नौसेना अरब सागर से लेकर बंगाल की खाड़ी तक अपनी रणनीतिक गतिविधियां बढ़ा रही है.
Fuelling the Maritime Might - No mission too distant, No Sea too vast#FleetSupport #AnytimeAnywhereAnyhow pic.twitter.com/p4Dk7Qzw27
— IN (@IndiannavyMedia) April 30, 2025
INS Surat और Vikrant – तैयार है भारतीय समंदर की दीवार
पिछले कुछ हफ्तों में भारतीय नौसेना ने कई रणनीतिक परीक्षण और अभ्यास किए हैं. INS Surat ने 70 किमी की रेंज वाली मीडियम रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल (MRSAM) का सफल परीक्षण किया. नौसेना ने ब्रह्मोस मिसाइल समेत विभिन्न एंटी-शिप फायरिंग ड्रिल्स भी आयोजित की हैं, जो दुश्मन के जहाजों को समुद्र में ही ध्वस्त करने की क्षमता को दर्शाती हैं. INS Vikrant, भारत का स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर, पूर्ण ऑपरेशनल मोड में है और किसी भी हालात में प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार है.
भारत की रणनीति सिर्फ जवाब नहीं, निर्णायक कदम
भारत ने कूटनीतिक मोर्चे पर भी सख्त तेवर अपनाए हैं. इंडस जल संधि को निलंबित किया गया है. अटारी-वाघा बॉर्डर पर आवाजाही सीमित कर दी गई है. पाकिस्तान के राजनयिकों को निष्कासित करने की प्रक्रिया भी तेज की जा रही है. इन सबके बीच भारतीय नौसेना का यह कदम सिर्फ सैन्य बल का प्रदर्शन नहीं, बल्कि आने वाली चुनौतियों के लिए एक चेतावनी है.
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