भारतीय सेना द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का संदेश दिया है. इस ऑपरेशन के दौरान जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के परिवार को बड़ा झटका लगा है. सूत्रों के अनुसार, इस एयरस्ट्राइक में मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्य मारे गए, जिनमें उसकी पत्नी, बेटा और भाई शामिल हैं.
रऊफ अजहर की मौत की पुष्टि
भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी और जैश का ऑपरेशनल कमांडर रऊफ अजहर, जो मसूद अजहर का भाई था, भी इस हमले में मारा गया है. रऊफ अजहर कई बड़े आतंकी हमलों में शामिल रहा है, जिनमें भारतीय संसद पर हमला और पठानकोट एयरबेस पर हमला भी शामिल है. उसकी मौत को भारत के लिए एक बड़ी रणनीतिक सफलता माना जा रहा है.
जैश-ए-मोहम्मद की कमर टूटी
मसूद अजहर का संगठन जैश-ए-मोहम्मद वर्षों से पाकिस्तान में सुरक्षित पनाहगाहों से भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता रहा है. लेकिन ऑपरेशन सिंदूर में बहावलपुर स्थित उसके मुख्यालय और अन्य ट्रेनिंग कैंपों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया. सैन्य सूत्रों के मुताबिक, इस कार्रवाई ने जैश के कमांड स्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक नेटवर्क को भारी नुकसान पहुंचाया है.
पाकिस्तान पर बढ़ा अंतरराष्ट्रीय दबाव
इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान पर न सिर्फ आंतरिक दबाव बढ़ा है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी उसकी आतंकियों को शरण देने की नीति एक बार फिर उजागर हुई है. मसूद अजहर और उसका परिवार पाकिस्तान में खुली छूट में जीवन बिता रहे थे—जबकि संयुक्त राष्ट्र ने उसे वैश्विक आतंकी घोषित कर रखा है.
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