Mock Drill: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनज़र देशभर में सतर्कता के स्तर को बढ़ाया गया है. इसी के तहत गृह मंत्रालय ने एक अहम कदम उठाते हुए 8 मई, बुधवार को देश के 244 जिलों में व्यापक मॉक ड्रिल आयोजित करने का फैसला लिया है. इस अभ्यास का मकसद नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों, विशेष रूप से हवाई हमलों, से निपटने के लिए तैयार करना है.
ड्रिल में क्या-क्या शामिल होगा?
ड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी के रूप में सायरन बजाए जाएंगे, और शहरों में कुछ समय के लिए बिजली सप्लाई बंद कर ब्लैकआउट स्थिति बनाई जाएगी, ताकि नागरिक वास्तविक हालात का अनुभव कर सकें. साथ ही, महत्वपूर्ण संस्थानों जैसे सैन्य ठिकानों, पावर प्लांट्स आदि की सुरक्षा व्यवस्था का परीक्षण भी किया जाएगा. गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिए हैं कि वे अपनी निकासी योजनाओं की समीक्षा और अद्यतन करें, और यह सुनिश्चित करें कि पूर्वाभ्यास कुशलतापूर्वक हो.
मॉक ड्रिल का मुख्य फोकस:
क्या करें:
क्या न करें:
ड्रिल से पहले गृह मंत्रालय ने मंगलवार को एक उच्च स्तरीय बैठक कर पूरी रणनीति की समीक्षा की. इस बैठक में लोगों को जागरूक करने, प्रशिक्षित करने और योजनाओं के समन्वय पर विशेष जोर दिया गया.
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