श्रीनगर: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की संभावित सैन्य प्रतिक्रिया की आशंका ने पाकिस्तान को सतर्क कर दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, नियंत्रण रेखा (LoC) के निकट स्थित आतंकवादी लॉन्च पैड्स से जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों को हटाकर सुरक्षित बंकरों में भेजा गया है.
पाकिस्तानी सेना को डर है कि भारत इन लॉन्चिंग साइट्स को निशाना बनाकर आतंकवादी बुनियादी ढांचे को तबाह कर सकता है. सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार, 30 से 50 आतंकियों को दुधनियाल, अथमुकाम, लीपा, फॉरवर्ड कहूटा और कोटली जैसे संवेदनशील क्षेत्रों से हटाया गया है. ये सभी क्षेत्र नियंत्रण रेखा के बेहद करीब स्थित हैं और अतीत में कश्मीर घाटी में घुसपैठ के मुख्य मार्ग रहे हैं.
कश्मीर में सुरक्षा कड़ी:
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पहलगाम हमले के बाद सभी ट्रेकिंग गतिविधियों पर रोक लगा दी है. खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि दक्षिण और उत्तर कश्मीर के कई ट्रेकिंग रूट आतंकियों की आवाजाही के लिए उपयोग किए जाते रहे हैं. इससे पहले ऐसे रास्तों का दुरुपयोग करते हुए घुसपैठ और आतंकी गतिविधियाँ संचालित की गई थीं.
क्षेत्रीय तनाव के बीच पाकिस्तान की सैन्य तैयारी
बढ़ते तनाव के मद्देनज़र, पाकिस्तान भी अपनी सैन्य क्षमताओं को सुदृढ़ करने की कोशिश कर रहा है. 27 अप्रैल की रात, तुर्की से सात सी-130 हरक्यूलिस सैन्य विमान पाकिस्तान पहुँचे. इनमें से छह इस्लामाबाद और एक कराची स्थित पाकिस्तानी एयरफोर्स बेस फैसल पर उतरा.
रिपोर्ट्स के अनुसार, इन विमानों में युद्ध सामग्री लाई गई है, जिसे पाकिस्तानी सेना अपनी मौजूदा क्षमता बढ़ाने के लिए इस्तेमाल करेगी. विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान के पास मौजूद अल-खालिद टैंक और JF-17 फाइटर जेट्स अब अपेक्षाकृत पुराने हो चुके हैं, और आधुनिक युद्ध की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अतिरिक्त समर्थन आवश्यक है.
भारत की सैन्य तत्परता: लगातार मिसाइल परीक्षण
27 अप्रैल:
भारतीय नौसेना ने अरब सागर में अपने युद्धपोतों से मिसाइल परीक्षणों की एक श्रृंखला को सफलतापूर्वक अंजाम दिया. भारतीय नौसेना ने बयान जारी कर कहा कि वह हर समय देश की समुद्री सीमाओं की रक्षा के लिए तैयार है. इन परीक्षणों के दौरान विभिन्न प्रकार के मिसाइल सिस्टम्स का मूल्यांकन किया गया.
24 अप्रैल:
गुजरात के तट पर तैनात अत्याधुनिक युद्धपोत INS सूरत से मिसाइल परीक्षण किया गया. इस दौरान समुद्र में तैरते एक लक्ष्य को सटीकता से नष्ट किया गया. INS सूरत, ब्रह्मोस और बाराक-8 जैसे घातक हथियारों तथा AI-सक्षम सेंसर सिस्टम से लैस है. यह युद्धपोत भारतीय नौसेना की बढ़ती मारक क्षमता का प्रतीक बन चुका है.
ये भी पढ़ें- पाकिस्तान से तनाव के बीच भारतीय सेना में बदलाव, नए IAF वाइस चीफ और नॉर्दन आर्मी कमांडर की नियुक्ति