पाकिस्तान से तनाव के बीच भारतीय सेना में बदलाव, नए IAF वाइस चीफ और नॉर्दन आर्मी कमांडर की नियुक्ति

    हाल ही में पहलगाम हमले के बाद उत्पन्न हुए हालातों के बीच भारतीय सशस्त्र बलों में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं. सेना की रणनीतिक तैयारियों को और मजबूती देने के उद्देश्य से कई वरिष्ठ अधिकारियों की नई नियुक्तियाँ की गई हैं.

    Changes in the Indian Army amid tension with Pakistan appointment of new Vice Chief Northern Army Commander and CISC
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- Internet

    नई दिल्ली: हाल ही में पहलगाम हमले के बाद उत्पन्न हुए हालातों के बीच भारतीय सशस्त्र बलों में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं. सेना की रणनीतिक तैयारियों को और मजबूती देने के उद्देश्य से कई वरिष्ठ अधिकारियों की नई नियुक्तियाँ की गई हैं.

    एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी को भारतीय वायुसेना का नया वाइस चीफ नियुक्त किया गया है. वे 1 मई को एयर मार्शल सुजीत पुष्पाकर धारकर का स्थान लेंगे, जो 30 अप्रैल को 40 वर्षों की सेवा के बाद सेवानिवृत्त हो रहे हैं.

    वहीं, लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा को नॉर्दन आर्मी कमांड का नया नेतृत्व सौंपा गया है. वह लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार की जगह पदभार ग्रहण करेंगे. नॉर्दन आर्मी कमांड को जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान से लगी एलओसी और लद्दाख क्षेत्र में चीन सीमा की रक्षा का जिम्मा सौंपा गया है, जो देश की सुरक्षा रणनीति में अहम भूमिका निभाता है.

    इसके साथ ही, इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (IDS) में भी शीर्ष स्तर पर परिवर्तन किया गया है. एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित को चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (CISC) नियुक्त किया गया है. वे 1 मई से कार्यभार संभालेंगे और सेवानिवृत्त हो रहे लेफ्टिनेंट जनरल जेपी मैथ्यू का स्थान लेंगे.

    प्रमुख अधिकारियों की प्रोफ़ाइल

    एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी

    • वर्तमान में साउथ वेस्टर्न एयर कमांड (SWAC) के कमांडिंग इन चीफ के पद पर कार्यरत हैं.
    • राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) पुणे के पूर्व छात्र और नेशनल डिफेंस कॉलेज, दिल्ली से प्रेसिडेंट गोल्ड मेडल विजेता हैं.
    • 7 जून 1986 को फाइटर पायलट के रूप में कमीशन प्राप्त किया था.
    • 3600 घंटे से अधिक फाइटर जेट उड़ान अनुभव और कारगिल युद्ध में सक्रिय भूमिका निभाई है.

    लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा

    • नवंबर 2024 से डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (स्ट्रैटेजी) के रूप में कार्य कर रहे हैं.
    • 1987 में मद्रास रेजिमेंट से कमीशन प्राप्त किया.
    • जम्मू-कश्मीर में 80 इन्फैंट्री ब्रिगेड का नेतृत्व किया और 25वीं इन्फैंट्री डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग भी रहे.
    • डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) के तौर पर भी सेवा दी.

    एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित

    • वर्तमान में प्रयागराज स्थित सेंट्रल एयर कमांड का नेतृत्व कर रहे हैं.
    • NDA पुणे से ग्रेजुएट और 6 दिसंबर 1986 को भारतीय वायुसेना में फाइटर पायलट के रूप में कमीशन प्राप्त किया.
    • मिराज-2000 सहित कई फाइटर जेट्स पर 3300 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव.
    • कारगिल युद्ध के ऑपरेशन सफेद सागर सहित विभिन्न अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

    नया नेतृत्व ऐसे समय में सामने आया है जब देश की सीमाओं पर सुरक्षा चुनौतियाँ तेज हो रही हैं. इन अधिकारियों से उम्मीद की जा रही है कि वे भारत की रक्षा तैयारियों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे.

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