Bihar News: बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं को एक नई उड़ान देने जा रहा है पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH). आने वाले 15 अगस्त को जहां देश आजादी की 78वीं वर्षगांठ मना रहा होगा, वहीं उसी दिन पीएमसीएच के नए विश्वस्तरीय इमरजेंसी वार्ड की भी शुरुआत होने जा रही है. अत्याधुनिक तकनीक से लैस इस इमरजेंसी विभाग में मरीजों को बेहतर, तेज और सुरक्षित इलाज की सुविधा मिलने लगेगी. अस्पताल प्रशासन की तैयारियां जोरों पर हैं और यह स्वास्थ्य क्षेत्र में बिहार के लिए एक ऐतिहासिक क्षण साबित हो सकता है.
100 बेड की मेडिसिन इमरजेंसी और 272 बेड का जनरल वार्ड सबसे पहले शुरू किया जाएगा. मरीजों को एक ही जगह इमरजेंसी से लेकर इंडोर भर्ती तक की सुविधा मिलेगी. इसके बाद बाल रोग, स्त्री एवं प्रसूति रोग, ईएनटी और नेत्र विभाग की इमरजेंसी भी स्थानांतरित की जाएगी.
7 अगस्त है अहम तारीख
पीएमसीएच प्रशासन ने निर्माण कंपनी बीएमएससीआइएल को 7 अगस्त तक ऑक्सीजन पाइपलाइन समेत सभी जरूरी व्यवस्थाएं हैंडओवर करने को कहा है. अगर सब कुछ समय पर पूरा हो गया, तो 15 अगस्त से नई इमरजेंसी सेवाएं पूरी क्षमता के साथ शुरू हो जाएंगी.
तीन चरणों में हो रहा है निर्माण
पहले चरण में 1050 बेड वाले दो टावर बनकर तैयार हैं. दूसरे चरण की शुरुआत सितंबर 2025 से होगी. सभी तीन चरणों के बाद कुल 5462 बेड और 764.3 करोड़ रुपये के मेडिकल उपकरण पीएमसीएच में लगाए जाएंगे. कुल परियोजना की लागत लगभग 5460 करोड़ रुपये है. साथ ही अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर भी तैयार हो गए हैं. 27 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर में 27 वर्क स्टेशन मशीनें और 15 वॉयल सेपरेटर लगाए जा रहे हैं. प्रत्येक मशीन की कीमत करीब 70 लाख रुपये है. इन उपकरणों से न केवल ऑपरेशन में समय की बचत होगी, बल्कि सटीक इलाज और बेहतर एनेस्थीसिया सपोर्ट भी मिलेगा.
आगे क्या होगा?
अधीक्षक डॉ. आईएस ठाकुर के अनुसार, मेडिसिन विभाग की इमरजेंसी के बाद बाकी विभागों को भी चरणबद्ध तरीके से नए भवन में शिफ्ट किया जाएगा. टाटा वार्ड, हथुआ और एलएस वार्ड जैसी पुरानी इमारतों को अब खाली कराकर ध्वस्त किया जाएगा.
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