पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने जेल से ही देश की सियासत और संस्थागत व्यवस्था पर सीधा हमला बोला है. अदियाला जेल में नजरबंद इमरान ने अपनी बहन अलीमा खानम के जरिए बाहर संदेश भेजा है, जिसमें उन्होंने सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की तुलना पूर्व PCB प्रमुख मोहसिन नकवी से करते हुए कहा है कि जैसे नकवी ने क्रिकेट को तबाह किया, वैसे ही असीम मुनीर पूरे पाकिस्तान को गर्त में धकेल रहे हैं.
अलीमा खानम ने मीडिया से बातचीत में बताया कि इमरान को जेल में सॉलिटरी कॉन्फाइनमेंट यानी एकांतवास में रखा गया है, लेकिन इसके बावजूद उनका हौसला बरकरार है. अलीमा के मुताबिक, इमरान का स्पष्ट संदेश है. “चाहे मुझे और मेरी पत्नी बुशरा बीबी को अलग-अलग कोठरियों में बंद कर दो, हम न झुकेंगे, न डरेंगे.”
सेना प्रमुख को लेकर गहरा असंतोष
इमरान खान के अनुसार, जनरल असीम मुनीर की नीतियां पाकिस्तान को सामाजिक और आर्थिक स्तर पर कमजोर कर रही हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह मोहसिन नकवी के फैसलों से पाकिस्तान क्रिकेट का पतन हुआ, उसी तरह मौजूदा सैन्य नेतृत्व के फैसले देश की संस्थाओं, कानून व्यवस्था और लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हैं.
“न्याय मर चुका है, संस्थाएं बिक चुकी हैं”
इमरान खान ने अपनी बहन के माध्यम से यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान में अब न तो कानून का शासन बचा है, न ही इंसाफ. उन्होंने कहा कि मीडिया, अदालतें और अन्य संवैधानिक संस्थाएं अब दबाव और समझौते के आगे झुक चुकी हैं.
परिवार पर दमन, फिर भी संकल्प अडिग
इमरान खान ने अपने और अपने परिवार पर हो रहे अत्याचारों की बात करते हुए कहा कि यह साजिश उन्हें चुप कराने की है, लेकिन वे हर साजिश का डटकर सामना करेंगे. उन्होंने यह स्पष्ट किया कि जेल की दीवारें उन्हें अपनी बात कहने से नहीं रोक सकतीं और वे हर हाल में लोकतंत्र की लड़ाई जारी रखेंगे.
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