चलो रूस-यूक्रेन चलें! जब भारत-पाक सीजफायर का नहीं मिला श्रेय, तो ट्रंप ने इस देश में घुसाई अपनी नाक

    वॉशिंगटन: दुनिया को झकझोर देने वाले रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अब एक बड़ा कूटनीतिक प्रयास सामने आ रहा है. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि वह सोमवार सुबह 10 बजे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत करेंगे.

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    वॉशिंगटन: दुनिया को झकझोर देने वाले रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अब एक बड़ा कूटनीतिक प्रयास सामने आ रहा है. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि वह सोमवार सुबह 10 बजे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत करेंगे. इसके बाद वह यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और फिर NATO के अधिकारियों से वार्ता करेंगे. उद्देश्य है – 'खूनी जंग पर विराम'.

    ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर लिखा, “सोमवार का दिन निर्णायक हो सकता है. मुझे उम्मीद है कि एक प्रभावी सीजफायर तय की जाएगी और यह विनाशकारी युद्ध, जो कभी शुरू ही नहीं होना चाहिए था, आखिरकार खत्म होगा.”

    हर हफ्ते 5,000 सैनिकों की मौत – ट्रंप ने जताई चिंता

    ट्रंप ने युद्ध में हो रही भीषण जनहानि को लेकर गहरी चिंता जताई. उन्होंने बताया कि रूस और यूक्रेन दोनों तरफ से हर हफ्ते औसतन 5,000 सैनिक मारे जा रहे हैं, और यह हिंसा अब रोकी जानी चाहिए.

    राजनयिक हल की तरफ बढ़ते कदम

    ट्रंप की इस पहल के तहत अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से बातचीत की. दोनों नेताओं ने हाल ही में तुर्की के इस्तांबुल में हुई कैदी अदला-बदली पर सहमति को एक सकारात्मक संकेत माना. रुबियो ने साफ कहा कि यह संघर्ष सैन्य रास्ते से नहीं सुलझ सकता, और अब वक्त है कि सभी पक्ष कूटनीतिक समाधान की ओर गंभीरता से बढ़ें. उन्होंने NATO देशों की बैठक में भी इसी बात पर ज़ोर दिया.

    पुतिन का खुला ऑफर – बिना शर्त सीधी बातचीत

    रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने 11 मई को क्रेमलिन से एक अहम बयान देते हुए कहा था कि वो कीव प्रशासन के साथ बिना किसी शर्त के सीधी वार्ता के लिए तैयार हैं. हालांकि अब तक यूक्रेन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. गौरतलब है कि 2022 में दोनों देशों के बीच शांति वार्ता की कोशिश हुई थी, लेकिन वह प्रयास बिना किसी ठोस नतीजे के समाप्त हो गया था.

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