Ahmdebad Plane Crash: गुजरात के अमरेली जिले के वडिया गांव की एक कहानी पूरे देश को भावुक कर रही है. लंदन में बसे अर्जुनभाई पटोलिया अपनी दिवंगत पत्नी की अंतिम इच्छा को पूरा करने भारत लौटे थे, लेकिन वो खुद कभी वापस नहीं लौट सके. अहमदाबाद में 12 जून को हुए विमान हादसे में उनकी जान चली गई, और उनकी दो मासूम बेटियां अनाथ हो गईं.
पत्नी की आखिरी इच्छा पूरी करने आए थे भारत
36 वर्षीय अर्जुनभाई पटोलिया की पत्नी भारतीबेन का कुछ दिन पहले लंदन में निधन हो गया था. उनकी आखिरी इच्छा थी कि उनके अस्थि कलश को उनके पैतृक गांव वडिया में बहाया जाए. पत्नी की इस अंतिम ख्वाहिश को पूरा करने के लिए अर्जुनभाई अपनी भावनाओं को थामे भारत लौटे और गांव के तालाब व नदी में पूरे धार्मिक विधानों के साथ अस्थियां विसर्जित कीं.
लेकिन दुर्भाग्य देखिए जब वे वापस लंदन लौटने के लिए अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भर रहे थे, तो उसी एयर इंडिया की फ्लाइट में सवार थे जो टेकऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस हादसे में 241 यात्रियों की मौत हुई, जिनमें अर्जुनभाई भी शामिल थे.
बेटियां हो गईं बेसहारा
लंदन में उनकी दो बेटियां एक आठ साल की और दूसरी मात्र चार साल की, पिता के लौटने की राह देख रही थीं. अब उनके सिर से माता-पिता दोनों का साया उठ चुका है. परिवार और समुदाय में शोक की लहर है. अर्जुनभाई के पिता पहले ही गुजर चुके हैं और उनकी मां सूरत में रहती हैं, जो बेटे की मौत की खबर सुनकर गहरे सदमे में हैं.
अहमदाबाद विमान दुर्घटना
गुरुवार को अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 टेकऑफ के दौरान एक अस्पताल के हॉस्टल से टकरा गई, जिससे भीषण हादसा हो गया. इस दुखद घटना में अब तक 265 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें 229 यात्री, 12 क्रू मेंबर और हॉस्टल में रहने वाले लोग भी शामिल हैं. दुर्घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है. सरकार ने हादसे की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित की है. कई परिवार उजड़ गए. यह हादसा भारतीय विमानन इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक बन गया है.