नई दिल्ली: लंबे समय से विपक्ष की ओर से उठाए जा रहे सवालों का आखिरकार संसद में जोरदार जवाब मिला. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर विस्तार से बोलते हुए न सिर्फ भारत की सैन्य सफलता की तस्वीर सामने रखी, बल्कि यह भी स्पष्ट कर दिया कि इस पूरे अभियान में भारत को कोई सैन्य नुकसान नहीं हुआ. उन्होंने विपक्ष के उन सवालों को भी आड़े हाथों लिया, जो सेना की कार्रवाई की बजाय नुकसान की गिनती में उलझे थे.
बीते कुछ दिनों से कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत तमाम विपक्षी नेता ऑपरेशन सिंदूर पर केंद्र सरकार से पारदर्शिता की मांग कर रहे थे. सबसे बड़ा सवाल यही था- भारत को इस ऑपरेशन में कितना नुकसान हुआ?
इसका जवाब जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में दिया, तो पूरा सदन ध्यान से सुनता रहा. उन्होंने बेहद संतुलित लेकिन भावनात्मक लहजे में कहा, "कुछ माननीय सदस्यों ने पूछा कि हमारे कितने विमान गिरे? लेकिन क्या यह सवाल उस भावना का प्रतिनिधित्व करता है, जो हमारे जवानों के साहस और शौर्य को सम्मान देती है? क्या सवाल यह नहीं होना चाहिए कि हमारे वीरों ने कितने आतंकी ठिकाने ध्वस्त किए? और इसका उत्तर है- हां, भारत ने आतंकियों के कई अड्डों को जमींदोज किया."
राजनाथ सिंह ने नुकसान के बारे में बताया
राजनाथ सिंह ने अपनी बात को स्पष्ट करते हुए कहा कि इस अभियान में न तो भारतीय सेना का कोई जवान शहीद हुआ और न ही कोई सैन्य संपत्ति को नुकसान पहुंचा. उन्होंने गर्व से कहा, "अगर आप जानना चाहते हैं कि क्या ऑपरेशन सिंदूर में हमारे किसी वीर जवान को हानि पहुंची- तो जवाब है, नहीं. हमारे किसी सैनिक को एक खरोंच तक नहीं आई. ये हमारे सैन्य बलों की योजना, तैयारी और पराक्रम का प्रत्यक्ष प्रमाण है."
Speaking in Lok Sabha during Special Discussion on India’s strong, successful and decisive ‘Operation Sindoor’. https://t.co/Vnm7TWMqSw
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) July 28, 2025
सदन में इस बयान के बाद सत्ता पक्ष के सांसदों ने तालियों की गड़गड़ाहट से रक्षा मंत्री के जवाब का स्वागत किया, जबकि विपक्षी खेमे में कुछ समय के लिए खामोशी छा गई.
पाकिस्तान को झुकने पर किया मजबूर
रक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर केवल एक जवाबी हमला नहीं था, बल्कि एक रणनीतिक और निर्णायक कार्रवाई थी, जिसने पाकिस्तान की सैन्य और मनोवैज्ञानिक स्थिति को गंभीर रूप से प्रभावित किया. उन्होंने कहा, "भारतीय वायुसेना की सर्जिकल बमबारी, थलसेना की सीमापार सटीक कार्रवाई और नौसेना की सामरिक तैनाती ने पाकिस्तान को घुटनों पर लाने के लिए मजबूर कर दिया. यह हार केवल सीमा पर नहीं थी, यह उसकी सैन्य प्रतिष्ठा और मनोबल की भी हार थी."
9 ठिकाने तबाह, 100 से अधिक आतंकवादी ढेर
राजनाथ सिंह ने पहली बार यह भी बताया कि इस ऑपरेशन में कितने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया. उन्होंने कहा, "हमने पूरी तैयारी के साथ यह अभियान चलाया, जिसमें पाकिस्तान के 9 आतंकी टारगेट्स को प्रिसीजन स्ट्राइक के जरिए तबाह किया गया. इनमें कई ट्रेनिंग सेंटर, लॉजिस्टिक्स बेस और कमांड नेटवर्क शामिल थे. 100 से ज्यादा आतंकवादी, उनके ट्रेनर और हैंडलर मारे गए. इसमें ISI की मिलीभगत स्पष्ट थी."
उन्होंने जोर देकर कहा कि इस पूरे ऑपरेशन में कोशिश की गई कि पाकिस्तान के आम नागरिकों को कोई नुकसान न हो. भारत ने अंतरराष्ट्रीय मानकों और मानवीय मूल्यों को ध्यान में रखते हुए यह अभियान चलाया.
भारत की नीति अब 'डिफेंसिव' नहीं, 'डिसाइसिव' है
राजनाथ सिंह ने इस मौके पर भारत की बदलती रक्षा नीति पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने स्पष्ट किया कि अब भारत केवल रक्षात्मक मुद्रा में नहीं रहेगा, बल्कि आवश्यकता पड़ने पर निर्णायक और आक्रामक रुख भी अपनाएगा. उन्होंने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर एक स्पष्ट संदेश है- भारत अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं देगा, बल्कि प्रहार भी करेगा. हम आतंकवाद पर 'जीरो टॉलरेंस' नीति के तहत काम कर रहे हैं. अगर किसी ने भारत की धरती पर या भारत के लोगों के खिलाफ आतंक फैलाने की कोशिश की, तो हम उसे वहीं पर जाकर जवाब देंगे."
उन्होंने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी भारत ने आतंकवाद के मुद्दे पर स्पष्ट और कड़ा रुख अपनाया है. एक बार जब किसी बैठक में संयुक्त घोषणापत्र से आतंकवाद के खिलाफ स्पष्ट शब्द हटाए जा रहे थे, तब भारत ने दो टूक कह दिया कि हम ऐसे बयान पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे.
पिछली सरकारों पर कसा तंज
राजनाथ सिंह ने साल 2008 के मुंबई हमलों का जिक्र करते हुए इशारों में पूर्ववर्ती सरकारों की नीतियों की आलोचना भी की. उन्होंने कहा, "जब मुंबई पर हमला हुआ था, तब जो प्रतिक्रिया आनी चाहिए थी, वह नहीं आई. लेकिन जब 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी, तब से परिस्थितियां पूरी तरह से बदल गई हैं. उरी में सर्जिकल स्ट्राइक हो या बालाकोट एयरस्ट्राइक, भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अगर कोई हमारे खिलाफ साजिश करेगा, तो हम उसे उसकी जमीन पर जाकर जवाब देंगे."
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