'यह सिंदूर की लाली, शौर्य की कहानी है...', राजनाथ सिंह की इस बात पर तालियों से गूंज उठा सदन

    16 घंटे की बहस का सिलसिला शुरू हो गया है, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुरुआत की.

    House resonated with applause on this statement of Rajnath Singh
    राजनाथ सिंह | Photo: ANI

    नई दिल्लीः लोकसभा में आज ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा शुरू हो चुकी है, और इस मुद्दे पर सदन में भारी हंगामा देखने को मिल रहा है. लेकिन, अब 16 घंटे की बहस का सिलसिला शुरू हो गया है, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुरुआत की. वहीं विपक्षी नेताओं की ओर से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर मोर्चा संभालने जा रहे हैं.

    'हमारे पास कई विकल्प थे'

    राजनाथ सिंह ने सदन में ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 6-7 मई 2025 को भारतीय सेना ने एक ऐतिहासिक सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया. इससे पहले 22 अप्रैल को पहलगाम में एक कायराना आतंकी हमला हुआ, जिसमें न केवल भारतीय नागरिकों की जान गई, बल्कि एक नेपाली नागरिक की भी मौत हो गई. इस हमले में आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों को उनका धर्म पूछकर मारा, जो एक अमानवीय कृत्य था.

    इसके बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों की बैठक बुलाकर उन्हें कार्यवाही की छूट दी और कहा कि निर्णायक कदम उठाया जाए. राजनाथ सिंह ने कहा, "हमारे पास कई विकल्प थे, लेकिन हमने वह विकल्प चुना, जिसमें आतंकियों को नुकसान पहुंचाया जाए, लेकिन पाकिस्तान की आम जनता को कोई नुकसान न हो."

    9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया

    इसके बाद, उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया. इस कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकवादी, उनके ट्रेनर और लश्कर जैसे संगठनों से जुड़े लोग मारे गए. यह ऑपरेशन भारतीय सेना के 'स्ट्रैटजिक विसडम' का बेहतरीन उदाहरण था, जिसमें लक्ष्य को हासिल करने के साथ-साथ नागरिकों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा गया.

    राजनाथ सिंह ने इस ऑपरेशन को एक निर्णायक और प्रभावी सैन्य कार्रवाई बताया, जिसे भारतीय सेना ने अपनी ताकत और समझदारी के साथ अंजाम दिया. अब देखना यह है कि इस पर सदन में बाकी सदस्य क्या प्रतिक्रिया देते हैं और बहस किस दिशा में जाती है.

    ये भी पढ़ेंः थाईलैंड और कंबोडिया से अमेरिका क्या खरीदता है? जानिए ट्रंप की धमकी के बाद बातचीत को क्यों राजी हुए दोनों देश