Raibareli News: रायबरेली के जगदीशपुर गांव में एक अनोखा लेकिन भावनात्मक मोड़ लेने वाली शादी ने सबका ध्यान खींचा. यहां एक दूल्हा अपनी बारात लेकर धूमधाम से ससुराल पहुंचा, जहां पूरे रीति-रिवाज के साथ उसका स्वागत हुआ. जयमाल और फेरों तक सब कुछ सामान्य तरीके से संपन्न हुआ, लेकिन जैसे ही रस्में अंतिम चरण में पहुंचीं, माहौल अचानक बदल गया.
रस्मों के बीच बिगड़ी दूल्हे की तबीयत
घटना 4 जून की है जब दिलावरपुर निवासी आशीष कुमार अपनी बारात लेकर मैकी मजरे जगदीशपुर पहुंचा. लड़की कंचन के परिवार ने बेहद आदर-सत्कार के साथ बारात का स्वागत किया. द्वाराचार और जयमाल के बाद दूल्हा-दुल्हन मंडप में पहुंचे और विवाह की मुख्य रस्में पूरी की गईं. लेकिन अगले दिन, जब शादी की एक और रस्म 'पैपुजी' की तैयारी चल रही थी, दूल्हे की तबीयत अचानक बिगड़ गई.
दुल्हन को लेकर गिर पड़ा दूल्हा
रिश्तेदारों के सामने दूल्हे को अचानक झटके आने लगे, जिससे अफरा-तफरी मच गई. उसे कुछ देर के लिए मंडप से बाहर ले जाया गया लेकिन फिर से रस्में पूरी करने के लिए उसे वापस लाया गया. जैसे ही 'लावा' की रस्म शुरू हुई, दूल्हा एक बार फिर झटकों से कांपने लगा और दुल्हन को साथ लेकर जमीन पर गिर पड़ा. यह नजारा देखकर दुल्हन स्तब्ध रह गई.
दुल्हन ने कर दिया शादी से इनकार
दुल्हन कंचन ने इस घटना के बाद शादी से साफ इनकार कर दिया और ससुराल जाने से मना कर दिया. उसका कहना था कि दूल्हे को मिर्गी की बीमारी है, जो उनसे और उनके परिवार से छिपाई गई. वहीं लड़के वालों ने इस आरोप को नकारते हुए इसे गर्मी और थकान की वजह बताया. इस अप्रत्याशित मोड़ के चलते बारात बिना दुल्हन के वापस लौट गई. मामले की सूचना पर दोनों पक्षों ने पुलिस में तहरीर दी. हालांकि, फिलहाल दोनों परिवार आपसी सहमति से हुए खर्च की भरपाई कर समझौता करने को तैयार हैं.
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