गोरखपुर के छात्रों ने बनाया ज़बरदस्त सिस्टम, प्लेन क्रैश से पहले देगा अलर्ट, जानिए कैसे करेगा काम

    Gorakhpur News: विमान हादसों की घटनाएं जहां आम जनता में खौफ पैदा करती हैं, वहीं अब गोरखपुर के युवाओं ने एक ऐसी तकनीक विकसित की है जो इस खतरे से पहले ही लोगों को सचेत कर सकती है.

    Gorakhpur students created plane crash alert system
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    Gorakhpur News: विमान हादसों की घटनाएं जहां आम जनता में खौफ पैदा करती हैं, वहीं अब गोरखपुर के युवाओं ने एक ऐसी तकनीक विकसित की है जो इस खतरे से पहले ही लोगों को सचेत कर सकती है. ITM-GIDA कॉलेज के पांच बीटेक प्रथम वर्ष के छात्रों ने ‘Plane Radar Alarm System’ नामक एक अत्याधुनिक सुरक्षा प्रणाली तैयार की है, जो विमान दुर्घटना की आशंका होते ही पायलट और जमीन पर मौजूद लोगों दोनों को रियल टाइम अलर्ट भेजती है.

    विमान हादसे की जल्दी चेतावनी की तकनीक

    शशांक पांडेय, आलोक गुप्ता, शिवेश पांडेय, इलमा अहमद और दिशा चौधरी ने हाल ही में अहमदाबाद में हुए विमान हादसे से प्रेरणा लेकर इस प्रोजेक्ट को विकसित किया. यह सिस्टम सैटेलाइट डेटा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) का इस्तेमाल कर प्लेन की स्थिति का त्वरित विश्लेषण करता है. जैसे ही विमान के क्रैश होने की आशंका होती है, सिस्टम तुरंत स्थानीय अलर्ट सिस्टम जैसे मोबाइल नोटिफिकेशन, अलार्म सायरन और डिजिटल बोर्ड के माध्यम से लोगों को सतर्क करता है.

    जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका

    छात्रों के अनुसार विमान हादसों में केवल यात्रियों को ही खतरा नहीं होता, बल्कि ज़मीन पर मौजूद लोग भी अक्सर हादसे की चपेट में आ जाते हैं. इसलिए यह तकनीक न केवल विमान में सवार लोगों की बल्कि आम जनता की भी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी. इससे मास सेफ्टी के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आ सकता है और जान-माल की हानि कम हो सकती है.

    प्रोजेक्ट की खास बातें और खर्च

    इस प्रोजेक्ट को तैयार करने में केवल चार दिन लगे और कुल खर्च करीब 80 हजार रुपये रहा. ITM-GIDA कॉलेज के निदेशक डॉ. एन. के. सिंह ने इस तकनीकी उपलब्धि की सराहना करते हुए कहा, “छात्रों ने यह साबित कर दिया है कि नवाचार केवल तकनीकी विकास तक सीमित नहीं, बल्कि मानव जीवन की रक्षा का माध्यम भी बन सकता है.”

    भविष्य में तकनीकी सुधार और सहयोग

    संस्थान ने कहा है कि भविष्य में ऐसे और भी तकनीकी नवाचारों को प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि भारतीय छात्रों का नाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर चमक सके. यह ‘Plane Radar Alarm System’ सिर्फ एक तकनीकी उपलब्धि नहीं, बल्कि भविष्य में विमान आपदाओं के दौरान एक जीवनरक्षक उपकरण के रूप में काम करेगा.

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