Duleep Trophy 2025: दिलीप ट्रॉफी 2025 जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, रोमांच के साथ-साथ अनपेक्षित मोड़ भी देखने को मिल रहे हैं. टूर्नामेंट के पहले दो क्वार्टर फाइनल शुरू होने से पहले ही कई बड़ी टीमों को अपने स्टार खिलाड़ियों के बिना मैदान में उतरना पड़ रहा है. शुभमन गिल, ध्रुव जुरेल और अभिमन्यु ईश्वरन जैसे अहम खिलाड़ी अंतिम समय में मुकाबलों से बाहर हो गए हैं, जिससे टीमों की रणनीति और संतुलन दोनों पर असर पड़ा है.
नॉर्थ जोन की कप्तानी की जिम्मेदारी इस बार शुभमन गिल को सौंपी जा रही थी, लेकिन खराब तबीयत के चलते वे ईस्ट जोन के खिलाफ मैच में नहीं खेल पाएंगे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुभमन अब बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (बेंगलुरु) में अपनी फिटनेस और एशिया कप की तैयारी में जुटेंगे. ऐसे में नॉर्थ जोन को मैदान पर उनके अनुभव की कमी ज़रूर खलेगी.
अभिमन्यु ईश्वरन की जगह रजत पाटीदार को मिली कमान
पूर्व में ईस्ट जोन की कप्तानी की जिम्मेदारी ईशान किशन के बाद अभिमन्यु ईश्वरन को दी गई थी, लेकिन क्वार्टर फाइनल से ठीक पहले बुखार ने उन्हें भी बाहर कर दिया. ऐसे में अब टीम की कमान रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के भरोसेमंद बल्लेबाज़ रजत पाटीदार के हाथों में आ गई है. और पाटीदार ने कप्तान बनते ही मैदान पर धमाकेदार प्रदर्शन कर दिया.
पाटीदार का तूफान: 96 गेंदों में ठोका शतक
क्वार्टर फाइनल 2 में नॉर्थ ईस्ट जोन के खिलाफ सेंट्रल जोन की कप्तानी करते हुए रजत पाटीदार ने अपनी बल्लेबाज़ी का दम दिखाया. टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए पाटीदार ने केवल 96 गेंदों में 125 रन जड़ दिए. इस तूफानी पारी की मदद से पहले दिन का खेल खत्म होने तक टीम ने 2 विकेट पर 432 रन बना लिए हैं. दानिश मालेवर 198 रन पर नाबाद हैं और डबल सेंचुरी के बेहद करीब हैं.
ध्रुव जुरेल भी चोट के चलते बाहर
सेंट्रल जोन के एक और संभावित कप्तान ध्रुव जुरेल को ग्रोइन इंजरी के कारण बाहर होना पड़ा है. ऐसे में कप्तानी की जिम्मेदारी रोंगसेन जोनाथन के हाथ में आई है. लगातार चोट और बीमारी की वजह से टीमें अपने मुख्य खिलाड़ियों से वंचित हो रही हैं, जिससे टूर्नामेंट का समीकरण पूरी तरह से बदल गया है.
यह भी पढ़ें- अमेरिकी टैरिफ से निपटने के लिए क्या है भारत सरकार का प्लान? वित्त मंत्री सीतारमण ने सबकुछ बताया