पुतिन से मिलने के लिए बेचैन हैं ट्रंप, रूस-यूक्रेन वार्ता पर दिया बड़ा बयान, बोले - जल्द ही मिलूंगा..

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार (16 मई) को अबू धाबी में आयोजित एक व्यापार सम्मेलन के दौरान बड़ा बयान देते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की इच्छा जताई. उन्होंने कहा कि यदि सब कुछ तय हो गया, तो वह रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति लाने के प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हैं.

    donald trump said ready to meet russian president vladimir putin
    File Image Source ANI

    अंतरराष्ट्रीय राजनीति में एक बार फिर डोनाल्ड ट्रंप की सक्रियता देखने को मिल रही है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार (16 मई) को अबू धाबी में आयोजित एक व्यापार सम्मेलन के दौरान बड़ा बयान देते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की इच्छा जताई. उन्होंने कहा कि यदि सब कुछ तय हो गया, तो वह रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति लाने के प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हैं.

    "पुतिन से मिलकर ही हल निकलेगा"

    ट्रंप ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “मैं यहां से निकलकर पुतिन से मिलना चाहूंगा. मुझे लगता है जब तक हम दोनों आमने-सामने नहीं मिलते, तब तक कोई समाधान नहीं निकलेगा.” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह तुर्किए में चल रही शांति वार्ता पर नज़र बनाए हुए हैं और उनकी प्राथमिकता है कि यह बातचीत किसी सार्थक दिशा में आगे बढ़े.

    पुतिन की गैरमौजूदगी से जेलेंस्की नाराज़

    तुर्किए के इस्तांबुल में रूस और यूक्रेन के बीच तीन साल बाद पहली बार आमने-सामने बातचीत हो रही है. लेकिन पुतिन की इस बातचीत से दूरी बनाए रखने ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को नाराज़ कर दिया है. जेलेंस्की ने कहा कि पुतिन की गैरमौजूदगी इस प्रक्रिया की गंभीरता पर सवाल खड़ा करती है, जबकि इस वक्त संघर्ष विराम सबसे जरूरी मुद्दा है.

    क्या ट्रंप बन सकते हैं वार्ता के मध्यस्थ?

    ट्रंप ने खुद को इस युद्ध के समाधान में एक संभावित मध्यस्थ के रूप में पेश किया है. उनका कहना है कि पुतिन उनकी तुर्किए यात्रा को लेकर आश्वस्त नहीं थे, इसीलिए वह खुद बातचीत के लिए वहां नहीं पहुंचे. ट्रंप का यह भी मानना है कि वह और पुतिन यदि आमने-सामने बैठते हैं, तो कोई ठोस निर्णय लिया जा सकता है.

    अमेरिका की भूमिका और राजनयिक संकेत

    अपने मध्य-पूर्व दौरे में ट्रंप ने कई अहम देशों सऊदी अरब, कतर और संयुक्त अरब अमीरात का दौरा किया, लेकिन तुर्किए जाना फिलहाल उनके कार्यक्रम में नहीं था. इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी माना कि जब तक ट्रंप और पुतिन इस मुद्दे पर सीधे संवाद नहीं करते, तब तक किसी समाधान की उम्मीद कम ही है.

    दो साल बाद संभावित आमना-सामना

    गौरतलब है कि 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण के बाद ट्रंप और पुतिन की कोई आमने-सामने मुलाकात नहीं हुई है. दोनों नेताओं के बीच केवल फोन पर संपर्क बना रहा है. हालांकि, ट्रंप आश्वस्त हैं कि यह मुलाकात जरूर होगी और वह इस संघर्ष को समाप्त करने में निर्णायक भूमिका निभाएंगे.

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