जयपुर: राजस्थान सरकार ने केंद्र सरकार के कदमों का अनुसरण करते हुए अपने कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए महंगाई भत्ते (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. दिवाली से पहले यह कदम कर्मचारियों के लिए खास तोहफा साबित होगा. केंद्र सरकार ने एक अक्टूबर 2025 से डीए-डीआर में तीन प्रतिशत की वृद्धि की घोषणा की है, और राजस्थान भी जल्द ही इसी रफ्तार से डीए बढ़ाने वाला है.
राजस्थान में भी 58% तक होगा डीए
वर्तमान में केंद्र और राजस्थान दोनों सरकारें अपने कर्मचारियों को 55 प्रतिशत डीए दे रही हैं. केंद्र सरकार के निर्णय के बाद अब यह प्रतिशत बढ़कर 58 हो जाएगा. सूत्रों के अनुसार, राजस्थान के उप मुख्यमंत्री (वित्त) कार्यालय को भी डीए बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा जा चुका है. यदि यह प्रस्ताव मंजूर हो जाता है तो राज्य के कर्मचारियों को भी केंद्र के समान 58 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलेगा.
राजस्थान में परंपरा के अनुसार, जुलाई से सितंबर तक के बढ़े हुए डीए की रकम कर्मचारी के जीपीएफ या समकक्ष खाते में जमा की जाती है. इसके बाद अगली वेतन के साथ ही नया डीए भुगतान होता है. इस बार भी ऐसा ही होगा. वहीं, पेंशनरों के लिए बढ़ी हुई महंगाई राहत का भुगतान नकद एक जुलाई से शुरू होगा. इससे पेंशनरों को भी आर्थिक राहत मिलेगी.
पिछला डीए बढ़ोतरी का रुख और इस बार की उम्मीद
अगर पिछले ढाई सालों की बात करें तो डीए बढ़ोतरी में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. वर्ष 2023 में जनवरी और जुलाई दोनों बार चार-चार प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी. वहीं 2024 में जनवरी में चार प्रतिशत और जुलाई में तीन प्रतिशत बढ़ा था. लेकिन 2025 के जनवरी में डीए बढ़ोतरी केवल दो प्रतिशत ही हुई थी, जो अब तक सबसे कम रही. इस बार तीन प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ डीए सामान्य स्थिति में लौटेगा और कर्मचारियों को राहत मिलेगी.
बोनस की तैयारी भी जोरों पर
महंगाई भत्ता बढ़ाने के साथ-साथ राज्य सरकार ने बोनस देने की भी तैयारी शुरू कर दी है. यह बोनस दिवाली से पहले कर्मचारियों को आर्थिक सहारा देने का प्रयास है. जल्द ही बोनस की घोषणा होने की उम्मीद है, जिससे कर्मचारियों के त्योहार की खुशी दोगुनी हो सकेगी.
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